भोपाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि शासन के सभी अंग सुशासन का प्रतीक बनें। चल संपत्ति के क्रय-विक्रय में रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण की व्यवस्था और मकानों के नक्शे पास करने की प्रक्रिया के सरलीकरण जैसे कदम जनता की सुविधा के लिए उठाए गए हैं।
डॉ यादव आज यहां कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक हजार नवनियुक्त अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण, केन-बेतवा और पार्वती काली सिंध चंबल परियोजना, जल कलश यात्रा के शुभारंभ तथा पुलिस कर्मियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन के लिए आयोजित यह कार्यक्रम त्रिवेणी के समान है, और तीनों का लक्ष्य जन कल्याण तथा प्रदेश का विकास है। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला,जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन डॉ राजेश राजौरा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलित कर तथा मां नर्मदा के जल को कलश में प्रवाहित कर केन-बेतवा एवं पार्वती-कालीसिंध-चंबल जल कलश यात्रा का शुभारंभ किया। डॉ यादव ने जल कलश यात्रा के पांच रथों को झंडी दिखाकर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार परिसर से रवाना किया। यात्रा के अंतर्गत एक सौ एलईडी प्रचार रथ, केन बेतवा पार्वती काली सिंध चंबल परियोजना के लाभान्वित 17 जिलों के लगभग 3600 ग्रामों में प्रचार-प्रसार के लिए भेजे जा रहे हैं। कार्यक्रम में परियोजना के लाभ एवं जल के महत्व पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
डॉ. यादव ने वीरता और शौर्य का परिचय देने वाले 24 पुलिस कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रदान करते हुए उन्हें पदोन्नत पद के स्टार लगाए। मुख्यमंत्री ने एक हजार नव नियुक्त अभ्यर्थियों को सिंगल क्लिक के माध्यम से वर्चुअली नियुक्ति पत्र वितरित किए तथा प्रतीक स्वरूप 9 अभ्यर्थियों को मंच से नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि देश की रक्षा में लगे सैनिकों और कानून व्यवस्था बनाए रखने को समर्पित पुलिस जवानों के जीवन की चिंता करना राज्य सरकार का कर्तव्य है। राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ है। शासकीय सेवा में नवनियुक्त अभ्यर्थियों से बहुत अपेक्षाएं हैं। प्रदेश में बढ़ रही सिंचाई सुविधाएं और पेयजल आपूर्ति से बुंदेलखंड और चंबल क्षेत्र के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बदलते दौर के भारत की नई तस्वीर हमारे सामने है। कोविड काल में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देशवासियों की रक्षा के साथ-साथ 100 से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराकर अपनी दूरदर्शिता और कार्यक्षमता का परिचय सम्पूर्ण विश्व को कराया। देश में उनके नेतृत्व में हो रहे नवाचार और नई तकनीक के उपयोग से जनसामान्य का जीवन आसान हुआ है। प्रदेश का बुंदेलखंड और चंबल क्षेत्र जल की कमी के कारण पिछड़ा था।
डॉ यादव ने कहा कि वीरता, पराक्रम और शौर्य के दम पर बुंदेलखंड ने भारतीयता का मस्तक कभी झुकने नहीं दिया, विपरीत परिस्थितियों में भी बुंदेलखंडवासी संघर्ष में रहे और शत्रुओं को धूल चटाई। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ेगी और क्षेत्र के लोगों का जीवन सरल एवं आनंदमयी बनेगा। हमारे लिए नदियां जीवनदायिनी हैं। माँ नर्मदा ने प्रदेश के एक भाग को खुशहाल बनाया है। अब केन-बेतवा एवं पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना बुंदेलखंड और चंबल का जीवन बदलेगी।
उन्होंने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और संचार साधनों से वंचित क्षेत्र में रहकर नक्सलियों का सामना करने और उन पर नियंत्रण पाने वाले पुलिस जवानों पर हमें गर्व है। पुलिस का कार्य केवल नौकरी नहीं, देशभक्ति और जनसेवा का संकल्प भी है। नक्सलियों को धूल चटाने वाले वीरों के साहस और कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम करते हुए उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर हम गौरवान्वित हैं।
मुख्यमंत्री ने शासकीय सेवा में नवनियुक्त अभ्यर्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे आशा है कि अभ्यर्थी अपने दायित्वों का जिम्मेदारी से निर्वहन करेंगे और देश के उत्थान तथा जनसेवा के लिए समर्पित रहेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना मध्यप्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। सूखा और गरीब कहलाने वाला बुंदेलखंड अब हरा-भरा और समृद्धशाली क्षेत्र होगा। श्री शर्मा ने परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ यादव के नेतृत्व में परियोजनाओं का क्रियान्वयन समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाएगा।
जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना जल कलश यात्रा प्रदेश के विकास और प्रगति का संकल्प है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा लिया गया नदियों को जोड़ने का संकल्प मध्य प्रदेश में पूरा हो रहा है। मध्यप्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। वर्ष 2003-04 में यहां सिंचाई का रकबा मात्र 7 लाख हेक्टेयर था, जो आज बढ़कर लगभग 47 लाख हेक्टेयर हो गया है। वर्ष 2025 तक इसे बढ़ा कर 65 लाख हेक्टेयर तथा वर्ष 2047 तक एक करोड़ 55 लाख हेक्टेयर करना हमारा लक्ष्य है।
पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि पुलिस जवानों के त्याग और शौर्य का मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सम्मान पुलिस जवानों के प्रति उनके स्नेह को प्रदर्शित करता है। पुलिस सेवा की प्रकृति ऐसी है, जिसमें न तो ड्यूटी का निर्धारित स्थान होता है, न समय का। पुलिस परिवारों को बेहतर सुविधा प्रदान करने की मुख्यमंत्री डॉ. यादव की भावना अभिनंदनीय है।
मुख्यमंत्री ने बालाघाट के कमकोदादर में 14 दिसम्बर 2023 को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में साहस और कर्तव्यनिष्ठा का प्रदर्शन करने वाले 24 पुलिस कर्मियों को क्रम पूर्व पदोन्नति प्रदान की तथा उन्हें उच्चतर पद के स्टार लगाए। पिछले कुछ वर्षों में बालाघाट में नक्सल विरोधी अभियान में प्रभावी कार्य हुआ है, जिसमें 17 नक्सली मारे गए हैं। वर्ष 2022 में 6 नक्सली मारे गए जो कि एक वर्ष में सर्वाधिक नक्सली मारे जाने का रिकार्ड हैं। इसके अतिरिक्त पिछले पांच वर्षों में 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया एवं पिछले दो वर्षों में 6 एक्सचेंज ऑफ फायर हुए है, जिससे नक्सली भाग खड़े हुए। पिछले दो वर्षों में 10 नक्सल डंप बरामद किये गये जिसमें भारी मात्रा में गोला-बारूद एवं विस्फोटक पुलिस के हाथ लगा। वर्ष 2022-24 में 07 नए पुलिस कैंप स्थापित किये गये हैं।
डॉ यादव ने नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इसके अंतर्गत लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत मनीष पवार को रेडियोग्राफर, मनीषा गुप्ता को प्रयोगशाला तकनीशियन, आनंद केशरवानी को फार्मासिस्ट, राजस्व विभाग के अंतर्गत शिल्पा सरयाम, साक्षी वर्मा, रानू शर्मा, सौभर चौधरी को पटवारी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत सुश्री एकता वर्मा को सहायक यंत्री पद के नियुक्ति पत्र सौंपे गए।