विद्याधाम में आयोजित धर्मसभा में कहा : कोई और नहीं बल्कि हमारे कार्य ही हमें देते हैं सुख-दुख
ग्वालियर:साक्षी एन्क्लेब, सिरौल चौराहा स्थित विद्याधाम में आयोजित धर्मसभा में आर्यिका श्री पूर्णमति माताजी ने कहा कि यदि वर्तमान में दुख है तो मान लीजिए आपने जो काम भूतकाल में किए हैं, उसका नतीजा है। इसलिए चेतना को जगाकर वर्तमान में अच्छे काम करें ताकि भविष्य सुधर जाए। इस संसार में कोई किसी को सुख नहीं दे सकता, कोई किसी को दुख नहीं दे सकता। यह हमारे कार्य हैं जो हमें सुख-दुख देते हैं।सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में आयोजित धर्मसभा में आर्यिकारत्न ने बताया कि मनुष्य किसी एक वस्तु की प्राप्ति के लिए सारे जतन करता है, लेकिन जब वह वस्तु प्राप्त कर लेता है तो दूसरी वस्तु के पीछे लग जाता है। यही क्रम चलता रहता है। वर्तमान को अच्छा बनाने के लिए आपाधापी-भागदौड़ कभी काम आने वाली नहीं है। साथ चलने वाली नहीं है, इससे भविष्य भी अच्छा नहीं होगा। वर्तमान और भविष्य को बेहतर बनाने के लिए 24 घंटे में से कुछ समय चिंतन, साधना आराधना, चेतना के लिए खुद के लिए निकाले जिससे आपका जीवन अच्छा बन सके।
व्यक्ति के जीवन में दिशा के साथ शुद्धि का भी महत्व
मातुश्री आर्यिकारत्न ने अपने प्रवचन में कहा कि व्यक्ति के जीवन में दिशा के साथ शुद्धि का अति महत्व है। द्रव्य, काल शुद्धि का ध्यान रखकर ही आत्म तत्व को प्राप्त किया जा सकता है। पुण्य की प्रबलता से ही प्रभु की शरण मिलती है, जीवन में सब जगह बाहर तनाव, कोलाहल, अशांति और समस्या है। हम भगवान को ग्रंथों में, मंदिरों में क्रियाओं में ढूंढते है, पर स्वयं में नही खोजते हैं।
रथयात्रा में आईं जिन प्रतिमाओं को विद्याधाम में बनाए गए अस्थायी मंदिर में पूजन के साथ विराजा रथयात्रा में आईं दिव्य जिन प्रतिमाओं को साक्षी एनक्लेव, सिरौल चौराहा स्थित विद्याधाम में बनाए गए अस्थायी मंदिर में विधिवत पूजन अर्चन के बाद विराजा गया। इन जिन प्रतिमाओं का प्रतिदिन शांतिधारा व अभिषेक किया जाएगा। प्रतिमाओं की स्थापना के समय साक्षी परिवार के राजेश-विनीता जैन, पदम जैन आदि उपस्थित थे। यह अस्थायी मंदिर 17 से 24 दिसंबर तक विद्याधाम में आयोजित होने जा रहे श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के लिए निर्मित किया गया है। इसके बाद 29 दिसम्बर से गुरुभक्त परिवार भी यहां पर विधान करेगा।
31 की रात्रि में विद्याधाम में होगा नववर्ष समारोह, 30 को भजन संध्या
आर्यिकारत्न मां पूर्णमति के देशभर में फैले भक्तगण 31 दिसम्बर की रात्रि में साक्षी एंक्लेव, सिरौल चौराहा स्थित विद्याधाम परिसर में हर्षोल्लास के साथ नववर्ष मनाएंगे। यह आयोजन मध्यरात्रि 12 बजे तक चलेगा। गुरुभक्त एक दूसरे को गले मिलकर एवं बड़ों से आशीष ग्रहण कर परस्पर नववर्ष की शुभकामनाओं का आदान प्रदान करेंगे। उक्त रंगारंग सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन में माँ पूर्णमति के संघ की सभी दीदियां उपस्थित रहेंगी। इससे पूर्व देशभर का गुरुभक्त परिवार 29 से 31 दिसंबर तक विद्याधाम में ढाई दिन का विधान भी करेगा। जिसमें भाग लेने के लिए देशभर से गुरुभक्तों का 28 दिसम्बर से ही ग्वालियर पहुंचने का क्रम शुरू हो जाएगा। 30 दिसम्बर को यहीं पर प्रख्यात भजन गायक रूपेश जैन की सुरीली भजन संध्या भी होगी।