नयी दिल्ली, 12 दिसम्बर (वार्ता) कांग्रेस ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का विरोध करते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मामले में जो विचार इस साल की शुरुआत में व्यक्त किए थे पार्टी उसी पर कायम है।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में राजनीतिक सुधार की दृष्टि से महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ‘एक देश-एक चुनाव’ संबंधी विधेयक को आज मंजूरी दी है। कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए इसे अलोकतांत्रिक और काला कानून बताते हुए इसको लेकर सरकार पर हमला किया है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा “पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस विषय पर गत 17 जनवरी को दृढता के साथ अपनी बात रख चुके है और इसके बाद कांग्रेस के दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं आया है।”
पार्टी ने विधेयक को मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया और कहा कि यह संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है इसलिए कांग्रेस इसका विरोध करेगी। इस मुद्दे पर श्री खरगे ने इस साल जनवरी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चार पन्नों का पत्र भेजते हुए विधेयक का तथ्यों के साथ विरोध करते हुए इसे संविधान की भावना के खिलाफ बताया था और इसको लेकर कांग्रेस की स्थिति में कोई बदलावा नहीं आया है।