नयी दिल्ली 09 दिसंबर (वार्ता) दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि सरकार ने डीटीसी के संविदा ड्राइवरों-कंडक्टरों की तनख्वाह बढ़ाने का निर्णय लिया है।
सुश्री आतिशी ने आज कहा कि, 21918 रुपये प्रतिमाह की जगह अब डीटीसी के संविदा ड्राइवरों को 32,918 प्रतिमाह और संविदा कंडक्टरों को 29,250 की प्रतिमाह तनख्वाह मिलेगा। वेतन वृद्धि में 222 करोड़ रुपये खर्च होंगे जिसका पूरा वहन दिल्ली सरकार उठाएगी।
उन्होंने कहा कि आप सरकार डीटीसी संविदा ड्राइवरों-कंडक्टरों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वेतन वेतन वृद्धि में आने वाले पूरे खर्चे का वहन दिल्ली सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि डीटीसी की सीएनजी बसों में लगे संविदा ड्राइवर अब इलेक्ट्रिक बसों में भी तैनात होंगे और उन्हें ई-बस चलाने के लिए प्रशिक्षण दी जाएगी। इसके साथ ही डीटीसी ड्राइवर-कंडक्टर अब घर के नजदीकी डिपो में ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में डीटीसी बसें दिल्ली की लाइफलाइन है। ये दिल्ली की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। दिल्ली में रोज सुबह लोग अलग-अलग हिस्से से काम पर निकलते है, लंबी दूरियाँ तय करते है। बच्चे स्कूल-कॉलेज जाते है। इस सबमें डीटीसी की बस सेवा शहर को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उन्होंने कहा कि डीटीसी में 4564 संविदा ड्राइवर है और 17,850 कंडक्टर्स है। कुछ दिनों पहले वो हड़ताल पर भी गए थे लेकिन हमारे आश्वासन पर अपनी हड़ताल को बंद किया और फिर से डीटीसी की बसों को चलाया ताकि दिल्ली की अर्थव्यवस्था ठीक तरीक़े से चल सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा डीटीसी ड्राइवरों की कई मांगों को पूरा कर दिया गया है।
उन्होंने ने कहा कि डीटीसी ड्राइवरों-कंडक्टरों की बहुत बड़ी माँग ये थी कि उन्हें दैनिक आधार पर भुगतान मिलता है। उन्हें 843 रुपये रोजाना के आधार पर मिलते है। यानी हर महीने तक़रीबन 21918 रुपये तनख़्वाह मिलती है। साथ ही उन्हें न तो डीए मिलता है, ग्रेड पे के अनुसार बाक़ी भत्ते नहीं मिलते। ड्राइवर और कंडक्टरों की माँग थी कि उन्हें दैनिक भत्ते के बजाय एक मासिक आधार पर भुगतान किया जाए जिसे मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा , “अब ये प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास जाएगा और मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले 1-2 महीने में डीटीसी के ड्राइवर और कंडक्टरों को उनके ग्रेड-पे के अनुसार वेतन दिया जाएगा।