सुबह से रात भर इतना टॉर्चर किया कि वह सुबह उनको कैश देने के लिए तैयार हो गए। इस बीच उनके रिश्तेदार लगातार कॉल कर रहे थे लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। इंदौर एसीपी मंजीत सिंह ने ग्वालियर कन्ट्रोल रूम कॉल कर कारोबारी के घर देखने के लिए कहा। जब नाइट गश्त पर निकली डीएसपी किरण अहिरवार वहां पहुंची तो रात 1.30 बजे कारोबारी दंपती को मुक्त कराया। इस दौरान कारोबारी की रात तीन घंटे ग्वालियर पुलिस ने काउंसलिंग की तब वह सामान्य हुए।
झांसी रोड स्थित हरिशंकरपुरम निवासी जसपाल आहूजा (51) कारोबारी हैं। उनका ऑटो पार्टस का कारोबार है। वे पत्नी व एक बेटे के साथ रहते हैं। बड़ा बेटा विदेश में है।कारोबारी की पत्नी के मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताया। साथ ही कहा कि उनके मोबाइल नंबर साइबर फ्रॉड सहित अन्य गलत काम में इस्तेमाल किया जा रहा है। उनके वाट्सएप पर एक नोटिस भेजा गया। कुछ देर बाद (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के नाम से नोटिस भेजा गया। बताया है कि उनके मोबाइल नंबर का उपयोग साइबर फ्रॉड के साथ ही अन्य अनैतिक गतिविधियों में उपयोग हुआ है।