काश! जुल्म की दास्तां बोल सकता शिशु

भ्रूण, नवजात शिशु हत्याओं के निर्दयी कातिलों को नहीं ढूंढ पाती पुलिस
जबलपुर: वंश की चाह ऐसी होती है कि इसके लिए दंपत्ति दुआएं करने के साथ मन्नतें मांगते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी निर्दयी होते हैं जो गर्भ में पलने वाले शिशु और जन्में नवजात शिशुओं को शहर की सडक़ों पर फेंक जाते हैं। संस्कारधानी को शर्मसार कर देने वाले ऐसे मामले आए दिन प्रकाश में आते रहते है। भ्रूण हत्याओं, नवजात शिशुओं  के जुल्म पुलिस रिकॉर्ड में भी दर्ज तो होते है लेकिन अधिकांश ऐसे प्रकरणों मेेंं पुलिस के हाथ इन बच्चों की  हत्या के कातिलों तक नहीं पहुंच पाते हैं, ऐसे मामले जब सामने आते है तो हर कोई ऐसे माता पिता को कौसता है इसके साथ ही एक सवाल भी उनके दिमाग में उठता है कि काश! गर्भ में पलने वाला शिशु बोल सकता तो निर्दयी चेहरे बेनकाब हो जाते।
 सुराग नहीं तो खात्मा..!
भू्रण हत्या वैसे तो गंभीर अपराधों मेें शामिल है परंतु ऐसे मामलों में पुलिस के पास अहम सबूत और अहम सुराग  हाथ नहीं लग पाते है। पुलिस भी कागजी खानापूर्ति के बाद प्रकरणों में खात्मा तक लगा देती है और भ्रूण हत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
गंभीरता से जांच हो तो चेहरे हों बेनकाब
ऐसे मामलेंं में पुलिस भी गंभीरता नहीं बरतती है। अगर पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने लगे तो शायद ऐसा कृत्य करने वालों पर भी शिकंजा कसा जा सकता है, लेकिन पुलिस मामले की गहराई तक नहीं पहुंचते हुए हवा में लट्ठ घुमाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है। अगर पुलिस ऐसे मामलों में गंभीरता से जांच करे तो निर्दयी चेहरे बेनकाब हो सकते है।
रिंदगी-मजबूरी के साथ पाप भी
दरिंदगी के साथ मजबूरी में भी नवजात शिशुओं का कत्ल होता है। कुछ ऐसे मामले भी होते है जिसमें दुष्कर्म के बाद अबार्सन करवा दिया जाता है तो कुछ ऐसे भी होते है कि पाप छिपाने पैदा हुये बच्चे को सडक़ों, नाले नालियों पर फेंक दिया जाता है।
इन घटनाओं ने ममता को किया कलंकित
— 18 सितम्बर 24 को गोसलपुर थाना अंतर्गत ग्राम झांसी के रंगमंच पर एक मानव भ्रूण पड़ा मिला, जिसे कुत्ते नोंच रहे थे।

–5 जून को महाराजपुर ग्राउंड में एक नवजात शिशु का शव मिला। शिशु एक 1 दिन का था।
–15 जून 24 को बरेला थाना अंतर्गत ग्राम सालीवाडा में थैले में दो नवजात मासूम मृत अवस्था में मिले।

— 8 जुलाई को पनागर थाना अंतर्गत धनीराम का बाड़ा ग्राम नुनियाखुर्द में एक नवजात शिशु का शव मिला।

— 6 अप्रैल को सोमनाथ से चलकर जबलपुर पहुंची सोमनाथ एक्सप्रेस के जनरल कोच की डस्टबिन में एक नवजात शिशु का शव मिला था।

— 12 फरवरी को माढ़ोताल थाना अंतर्गत ग्राम मंगेला के समीप तालाब किनारे एक नवजात शिशु मिला। 108 एम्बुलेंस से शिशु को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया था।

— 25 फरवरी को मझौली थाना अंतर्गत वार्ड नम्बर 8 में एक नवजात शिशु का शव नाली में पड़ा मिला।

–10 जनवरी को गढ़ा थाना अंतर्गत प्रेम नगर में एक महिला और पुरूष कंबल में नवजात शिशु  को लपेटकर पहुंचे और एक घर के बाहर पार्किंग में लावारिस छोडकऱ चले गए थे।  यह घटनाक्रम सीसीटीव्ही कैमरे मेंं कैद हो गया था। बच्चे  चाइल्ड केयर की टीम को सौंपा गया था।

–10 अप्रैल को भेड़ाघाट थाना अंतर्गत पंचवटी सरस्वती घाट पर  एक नवजात शिशु मिला था।

–12 जनवरी को गोहलपुर थाना अंतर्गत बड़ा पीपल दुर्गा मंदिर की गली संतोष चोधरी के घर के पास नाली में एक नवजात शिशु बच्ची मृत मिली थी।

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