खंडवा: शहर के मुख्य बाजारों में सडक़ों पर अतिक्रमणकारियों का कब्ज हो गया है। ठेले वालों से लेकर दुकानदार में सडक़ों पर कब्जा जमा कर शहर की सडक़ों को छोटा कर रहे हैं। कुछ दिन पूर्व शिवाजी चौक से इमलीपुरा रोड तक कार्रवाई की गई थी। इस के बाद कार्रवाई बंद हो गई।
इन स्थानों पर ज्यादा दबाव
इस पर जनप्रतिनिधियों का ध्यान है, और ना ही प्रशासनिक अधिकारियों का। इन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। रेलवे स्टेशन से लेकर बॉम्बे बाजार, केवल राम चौराहा, मेडिकल चौक, बुधवारा , कहारवाड़ी ,घासपुरा, जलेबी चौक, घंटाघर, जिला अस्पताल एवं नगर निगम के गेट के पास अवैध अतिक्रमण देखा जा सकता है।
रोज हो रही दुर्घटनाएं
इन क्षेत्रों से रोज जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अमला भी गुजरता है, लेकिन यह सब कुछ देखने के बाद भी अनदेखा कर रहे हैं। सभी जगह अतिक्रमणकारियों ने इतना अतिक्रमण कर दिया है कि आए दिन रोड पर दुर्घटनाएं हो रही है। लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है, गाड़ी चलाने की तो बात बहुत दूर की है। प्रशासन को शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाना अब सिर दर्द बनकर रह गया है।
यातायात में बाधक बन रहे अतिक्रमण
सड़क़ किनारे लगी बाइक सहित अन्य वाहनों के अलावा व्यापारियों का सामान बाजार में बेतरतीब ठहराव से आम लोगों को आवागमन में परेशानी की चिंता किसी को नहीं है। सडक़ पर ही दुकान चलाने वालों को कोई रोकने टोकने नहीं है।
शहर का घंटाघर चौक,बुधवारा बाजार, लोहा बाजार,गर्ल कालेज रोड, रेलवे स्टेशन रोड, इमलीपुरा रोड,भवानी माता रोड सभी जगहों पर दुकानदार सडक़ पर सुबह होते ही अपनी दुकान सजा देते हैं। वे सडक़ जाम से लोगों को होने वाली परेशानी का ख्याल नहीं करते।
दुकानों से ज्यादा अतिक्रमणकारी
ऐसा नहीं कि प्रशासन अतिक्रमण से आम लोगों को होने वाली परेशानी से अवगत नहीं है, लेकिन यह जहमत नहीं उठाना नहीं चाहता। जिससे अतिक्रमण और जाम की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है।
दुकानों से ज्यादा दुकान के सामने
नगर के मुख्य बाजारों में अतिक्रमण को बढ़ावा देने में दुकानदार भी कम नहीं हैं। दुकानदार भी अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अपना सामान सडक़ों पर लगा देते है, जिससे सडक़ पर अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। अतिक्रमण के कारण मुख्य बाजार में चार पहिया वाहनों का चलना मुश्किल हो चुका है। अगर मुख्य बाजार में कोई चार पहिया वाहन प्रवेश कर जाए तो लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है।