
मुंबई 26 नवंबर (वार्ता) अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आयात पर टैरिफ लगाने के वादे से विश्व बाजार के नकारात्मक रुझान से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, ऑटो, तेल एवं गैस और पावर समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली से शेयर बाजार की पिछले लगातार दो दिनों की तेजी आज थम गई।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 105.79 अंक की गिरावट लेकर
80,004.06 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 27.40 अंक फिसलकर 24,194.50 अंक रह गया। हालांकि बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली हुई, जिससे बाजार को समर्थन मिला। इससे मिडकैप 0.10 प्रतिशत बढ़कर 45,800.47 अंक और स्मॉलकैप 0.62 प्रतिशत उछलकर 53,923.24 अंक पर पहुंच गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4031 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2277 में तेजी जबकि 1644 में गिरावट रही वहीं 110 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 27 कंपनियां लाल जबकि अन्य 23 हरे निशान पर बंद हुईं।
विश्लेषकों के अनुसार, श्री ट्रम्प द्वारा कनाडा और मैक्सिको से सभी आयातों पर टैरिफ लगाने तथा चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के वादे से निवेशक निराश रहे। इससे विश्व बाजार में गिरावट का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.39, जर्मनी का डैक्स 0.55, जापान का निक्केई 0.87 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.12 प्रतिशत लुढ़क गया। हालांकि हांगकांग के हैंगसेंग में 0.04 प्रतिशत की बढ़त रही।
इससे बीएसई के 12 समूहों में जमकर बिकवाली हुई। इस दौरान कमोडिटीज 0.11, सीडी 0.11, ऊर्जा 0.59, हेल्थकेयर 0.59, यूटिलिटीज 1.77, ऑटो 1.26, बैंकिंग 0.12, कैपिटल गुड्स 0.11, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.10, तेल एवं गैस 0.93, पावर 1.55 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.64 प्रतिशत टूट गए।