नयी दिल्ली 26 नवंबर (वार्ता) विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशि रुइया का निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे।
सूत्रों ने बताया कि वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह हाल ही में अमेरिका में इलाज के बाद भारत लौटे थे। सोमवार देर रात मुंबई में उनका निधन हो गया। अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार दोपहर एक बजे से तीन बजे तक मुंबई के रुइया हाउस में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार शाम चार बजे हिंदू वर्ली श्मशान घाट में किया जाएगा।
रुइया परिवार ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, “हम अत्यंत दुख के साथ रुइया और एस्सार परिवार के संरक्षक शशिकांत रुइया के निधन की सूचना दे रहे हैं। उनकी विनम्रता, गर्मजोशी और हर किसी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें वास्तव में एक असाधारण लीडर बनाया। श्री शशिकांत रुइया की असाधारण विरासत हम सभी के लिए एक मार्गदर्शक बनी रहेगी।”
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1943 में जन्मे श्री शशि रुइया ने वर्ष 1965 में अपने पिता नंदकिशोर रुइया के मार्गदर्शन में व्यापार शुरू किया था। उन्होंने वर्ष 1969 में अपने भाई मैकेनिकल इंजीनियर रवि रुइया के साथ एस्सार समूह की स्थापना की। एस्सार समूह ने चेन्नई बंदरगाह में एक आउटर ब्रेकवाटर के निर्माण के साथ अपन काम शुरू किया था। वर्तमान में एस्सार समूह का कारोबार 25 देशों में फैला है और सालाना करीब 40 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित करता है।
स्थापना के बाद एस्सार समूह निर्माण और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सक्रिय था। बाद में समूह ने तेल और गैस, ऊर्जा, और अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार किया। एस्सार समूह में एस्सार ऑयल, एस्सार पावर, एस्सार शिपिंग, एस्सार टेलीहोल्डिंग्स, एस्सार कंस्ट्रक्शन और एस्सार इन्वेस्टमेंट्स जैसी कंपनियां शामिल हैं। वर्ष 2010 में एस्सार ने अमेरिका के ट्रिनिटी कोल का अधिग्रहण किया था। समूह का एक तिहाई हिस्सा हचिसन एस्सार में है, जो एक सेलुलर ऑपरेटर है।
श्री शशि रुइया की नेतृत्व क्षमता और व्यापारिक दृष्टि ने एस्सार समूह को भारतीय कॉर्पोरेट परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। वह वाणिज्य एवं उद्योग संगठन फिक्की के प्रबंधन समिति में शामिल थे। इसके अलावा वह इंडो-यूएस ज्वाइंट बिजनेस काउंसिल के भी अध्यक्ष रहे। वह इंडियन नेशनल शिपओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके थे। वह प्राइम मिनिस्टर इंडिया-यूएस सीईओ फोरम और इंडिया जापान बिजनेस काउंसिल के भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रहे।