ग्रामोदय से सर्वोदय के लक्ष्य पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का समापन
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअली संबोधन में कहा अमेरिका ने सड़कें नहीं बनाई
सतना 24 नवम्बर/केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार की योजनाओं से समाज एवं राष्ट्र का विकास होगा परंतु सरकार के द्वारा ही संपूर्ण विकास होगा ऐसा नहीं है। इसके लिए समाज के सभी लोगों को मिलकर सामूहिक प्रयत्न करना होगा। गाँव एवं देश का विकास बिना कृषि विकास के सम्भव नही है।
श्री गडकरी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चित्रकूट में आयोजित समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे.कार्यक्रम में प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी और यूपी सीएम के सलाहकार एवं पूर्व मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी भी उपस्थित रहे. उन्होंने कहा कि चित्रकूट गाँव में काम करने के लिए एक प्रेरणापुंज है। दुर्भाग्य है कि आज लगभग 30 प्रतिशत ग्रामीण आबादी शहरों की ओर बढ़ रही है। हमें जल, जंगल, जमीन पर कार्य करना होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा अन्नदाता ऊर्जादाता भी बने, सुखांत इंडेक्स में बढ़ोतरी हो, इसके लिए प्रत्येक गांव में 24 घंटे बिजली, अच्छी सड़कें, स्वास्थ्य के लिए अच्छे अस्पताल, बच्चों की शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल के साथ-साथ किसानों/मजदूरों की आय में वृद्धि हो। जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर बने। इसके लिए प्रयत्न करना होगा। कृषि में उत्पादन लागत कम हो और उनकी आय में वृद्धि हो, कृषि पैटर्न पर किसानों को ध्यान देना होगा। कृषकों को लाभ होगा क्योंकि यह पैसा कृषकों के उत्थान पर खर्च किया जा सकता है। गांव के गरीब किसान और मजदूरों के पास पैसा आएगा तो वह सशक्त और मजबूत होगा। आने वाले समय में तकनीकी का बेहतर उपयोग करके कृषि उत्पादन को बढ़ाना कृषि लागत को घटाना होगा। कृषि विकास का एक मॉडल प्रस्तुत करना होगा। अमेरिका ने सड़कें नहीं बनाई बल्कि सड़कों ने अमेरिका को बनाया है। आदर्श शहर ही नहीं आदर्श गांव भी बनाएंगे, लोग शहर से गांव की ओर आएंगे ऐसा हमारा विश्वास है। हम सब इसके लिए प्रयत्न करेंगे। हम होंगे कामयाब एक दिन हम सब सामूहिक प्रयत्न से नाना जी के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे और उनके सपने को साकार करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन अवसर पर राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि हमें लैंगिक समानता पर घर से शुरुआत करनी होगी। यह विषय हमारे कार्य व्यवहार में भी दिखना चाहिए। सभी कामों में महिला एवं पुरुष दोनों को सहभागी होना चाहिए यहां तक की बच्चों के पालन पोषण में भी दोनों को मिलकर कार्य करना चाहिए। ग्राम वासी अपने स्थानीय संसाधनों से आत्मनिर्भर बने अपने घर में कितनी लैंगिक समानता है इस पर भी हमें विचार करना होगा और इसकी शुरुआत हम की जगह मैं से करनी होगी। हम अपने बच्चों को संस्कार दें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएं उन्हें निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने दे।
यूपी सीएम सलाहकार एवं पूर्व मुख्य सचिव उत्तरप्रदेश अवनीश अवस्थी ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। असुरक्षा से समाज में सबसे ज्यादा महिलायें/लड़कियाँ एवं कमजोर व गरीब वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। पदमश्री जल पुरुष उमाशंकर पाण्डेय ने कहा कि मैं राष्ट्र ऋषि नाना जी की सामाजिक पाठशाला का सौभाग्य से छात्र हूं।
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के लक्ष्य एसडीजी-5 लैंगिक समानता एवं एसडीजी-7 नवकरणीय ऊर्जा पर चित्रकूट में दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चतुर्थ अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन रविवार को समापन सत्र में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया।
समापन सत्र में अतिरिक्त सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती रोली सिंह, कलेक्टर सतना अनुराग वर्मा, जिलाधिकारी चित्रकूट शिवशरणप्पा एन, सेक्रेटरी जनरल इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एडवांस्ड मैटेरियल स्वीडन आशुतोष तिवारी, संगठन सचिव अभय महाजन, कोषाध्यक्ष दीनदयाल शोध संस्थान वसन्त पंडित तथा पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। संचालन अमिताभ वशिष्ठ महाप्रबंधक दीनदयाल शोध संस्थान ने किया।