मौके पर पहुंचीं सीएसपी, काउंटर न खुलने से सडक़ पर उतरे किसान, डीएपी का संकट
नवभारत न्यूज
रीवा, 23 नवम्बर, रवी की बोनी के लिये किसानो को डीएपी खाद नही मिल रही है. जिले भर में हाहाकार मचा हुआ है. सहकारी समितियों में खाद नही है और किसान खाद के लिये भटक रहा है. कृषि उपज मंडी करहिया में खाद के लिये किसान रात से ही लाइन लगा रहे है. शनिवार की सुबह खाद न मिलने से नाराज सैकड़ो किसानो ने सडक़ पर जाम लगा दिया. जिसके बाद पुलिस पहुंची और समझाइश दी, तब जाकर किसान माने.
गौरतलब है कि कृषि उपज मंडी करहिया में पिछले कई दिनो से खाद का वितरण किया जा रहा है. यहा किसान महिलाओ और बच्चो के साथ कतार में लग रहे है फिर भी खाद नही मिल रही है. रात में पहुंचकर सुबह लाइन में किसान लग जाते है फिर भी खाद नही मिलती है. शनिवार को 11 बजे तक काउंटर नही खोला गया, जिसके बाद लाइन में लगे किसान भडक़ गए और बाहर निकल कर रीवा-सेमरिया मार्ग में जाम लगा दिया. सूचना मिलने पर सीएसपी सहित मौके पर पुलिस पहुंची और किसानो को समझाइश दी. जिसके बाद किसान शांत हुए और मंडी के अंदर चले गए. दरअसल कर्मचारियों ने कहा कि आज शनिवार है छुट्टी है खाद का वितरण नही होगा. जिसके बाद किसान भडक़ उठे, खाद को लेकर प्रशासन के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे है. कही खाद नही मिल रही है, व्यापारियों के यहा मंहगे दाम पर खाद मिलने का आरोप लगाया जा रहा है. प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद है तो सवाल यह उठता है कि आखिर खाद गई कहा, अचानक खाद की कमी कैसे हुई. डीएसपी खाद को लेकर जिले भर में हाहाकार मचा हुआ है. बोनी शुरू होते ही खदा की किल्लत शुरू हो गई है. हालत यह है कि महिलाएं और बच्चे तक खाद के लिये लाइन पर लग रहे है. अगर पहले से पर्याप्त खाद की व्यवस्था की जाती तो यह स्थित निर्मित न होती. किसान नेताओं का कहना है कि इस समय गेंहू की बोनी चल रही है पलेवा लगाने के बाद किसान खाद के लिये भटक रहे है. अगर समय पर खाद नही मिली तो उनके खतो की नमी चली जायेगी.
टोकन लेकर भटकते रहे किसान
खाद को लेकर किसानो को टोकन का वितरण किया गया और टोकन हाथ में लेकर किसान भटकते रहे पर उन्हे खाद नही मिली. दो दिन से कई किसान टोकन लेकर मंडी का चक्कर लगा रहे है फिर भी खाद नही मिली. बरवाह निवासी रावेन्द्र सिंह ने बताया कि खाद के लिये वह तडक़े 4 बजे से लाइन पर लगे है, टोकन भी मिला है. लेकिन खाद नही मिली है, दो दिन से लगातार मंडी आ रहे है. इसी तरह अन्य किसानो ने भी व्यवस्था को लेकर आरोप लगाया कि कही कोई अधिकारी देखने सुनने वाला नही है.