रांची/मुंबई, 20 नवंबर (वार्ता) झारखंड विधानसभा की 38 और महाराष्ट्र की 288 सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार शाम मतदान शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हो गया तथा इस दौरान क्रमश: 67.59 और 58.25 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने यहां बताया कि 38 विधानसभा क्षेत्र में आज सुबह 7:00 बजे से मतदान शुरू हुआ और पांच बजे शाम समाप्त हो गया और इस दौरान 67.59 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन क्षेत्रों के 31 मतदान केंद्रों पर शाम 4:00 बजे शाम ही मतदान समाप्त हुआ था जबकि शेष मतदान केंद्रों पर पांच बजे शाम मतदान समाप्त हुआ।
दूसरे चरण के चुनाव में कुल 528 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में आज बंद हो गई। इसमें 472 पुरूष और 55 महिला उम्मीदवार हैं जबकि एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार है। जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत आज ईवीएम में बंद हुई उनमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व मंत्री रणधीर सिंह, भाकपा माले के विनोद कुमार सिंह, विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो, पूर्व मंत्री स्टीफन मरांडी, भाजपा के लोबिन हेंब्रम, भाजपा के अनंत कुमार ओझा, कांग्रेस के जेपी भाई पटेल और जेएलकेएम के जय राम महतो शामिल हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो , सांसद निशीकांत दूबे समेत अन्य नेताओं ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने खिजरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की महिला समिति, धुर्वा बूथ संख्या- 373 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान केंद्र पर मुख्य सचिव सहित उपस्थित सभी मतदाताओं का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया।
उधर, महाराष्ट्र की 288 विधानसभा क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया, जो शाम छह बजे तक चला। इस दौरान 58.25 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य में गढचिरौली में सबसे अधिक 69.63 प्रतिशत और मुंबई सिटी में सबसे कम 49.07 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य चुनाव आयोग ने बताया कि राज्य के कुछ मतदान केन्द्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में खराबी आने पर मतदान प्रकिया बाधित हुई और मतदान केन्द्र के बाहर मतदाताओं को लम्बी कतार में अपनी बारी का इंतजार करते हुए देखा गया।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 4136 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद हो गया। राज्य के पांच करोड़ से अधिक पुरुष, 4.68 करोड़ से अधिक महिला और 6101 ट्रांसजेंडर सहित 9.70 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने पसंदीदा उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी। मतदान के लिए कुल 1,00,427 केंद्र बनाये गये थे। मतदान केंद्रों पर 1,64,996 बैलेट यूनिट, 1,19,439 कंट्रोल यूनिट और 128531 वीवीपैट मशीनें लगी हुई थी।
विधानसभा की सभी सीटों पर महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच सीधा मुकाबला रहा। वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए), बहुजन समाज पार्टी, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन और अन्य छोटी पार्टियों ने भी दोनों मोर्चों के सामने चुनौती खड़ी की।
हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर आमतौर पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। आयोग ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से मतदान कराने के लिए हरसंभव प्रयास किये गये थे।
मतदान के दौरान नासिक जिले के नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (शिंदे गुट) के उम्मीदवार सुहास कांडे और निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी। निर्दलीय उम्मीदवार भुजबल ने आरोप लगाया कि श्री कांडे मतदान के दिन नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र से गुजरते समय एक वाहन में सैकड़ों बाहरी लोगों को लेकर आ रहे थे। उन्होंने देखा कि उन्हें पैसे बांटे जा रहे थे और बाद में उन्हें मतदान के लिए वाहनों में ले जाया जा रहा था। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर शिंदे गुट के उम्मीदवार कांडे मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने और उनके समर्थकों ने उन्हें (भुजबल) को जान से मारने की धमकी दी। इस बीच श्री भुजबल ने नांदगांव-मनमाड रोड पर, जहां श्री कांडे का शैक्षणिक संस्थान स्थित है, अपने वाहन से उक्त वाहन को रोक लिया और उसका रास्ता रोक दिया, जिसके बाद दोनों के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी।
हिंसा की एक अन्य घटना में राकांपा (सपा) के प्रवक्ता नितेश कराले ने आरोप लगाया कि विदर्भ क्षेत्र के वर्धा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई की। श्री कराले ने कहा कि जब वह घर लौट रहे थे तो वर्धा के उमरी मेघे गांव में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें रास्ते में रोका और भाजपा उम्मीदवार पंकज भोयर के समर्थक सचिन कोशे उमरी मेघे पहुंचे और उन्हें पीटना शुरू कर दिया।
इस बीच एक दुखद घटना भी सामने आयी, जिसमें बीड विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार बालासाहेब शिंदे की मतदान केंद्र पर दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। यह घटना तब हुई जब वह बीड शहर के छत्रपति शाहू विद्यालय में मतदान केंद्र पर रुके थे। श्री शिंदे अचानक गिर पड़े। उन्हें छत्रपति संभाजीनगर के नाना अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
महाराष्ट्र की नांदेड लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कुल 53.78 प्रतिशत मतदान हुआ। यह लोकसभा सीट कांग्रेस के सांसद वसंतराव बलवंत राव चव्हाण के निधन के बाद रिक्त हुई थी। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार एवं श्री चव्हाण के पुत्र रवींद्र वसंतराव चव्हाण चुनाव लड़ रहे हैं।
झारखंड में शांतिपूर्ण मतदान के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की 585 कंपनी और जैप की 60 कंपनियों को लगाया गया था। लगभग 30 हजार जिला बल और होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई थी। दूसरे चरण के लिए 1.23 करोड़ मतदाता में से 62.8 लाख पुरुष और 61 लाख महिला और 145 थर्ड जेंडर मतदाता थे। सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के जरिये नजर रखी गई थी।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ चार राज्यों की 15 विधानसभा और नांदेड़ लोकसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव की वोटिंग खत्म हो गई। इन चुनावों का परिणाम 23 नवंबर को आएगा।
लखनऊ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीटों पर बुधवार को 49.3 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच सुबह सात बजे शुरु हुआ और पांच बजे सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान आमतौर पर संपन्न हो गया। कानपुर के सीसामऊ,मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी क्षेत्र में गड़बड़ी फैलाने के प्रयास की इक्का दुक्का घटनाओं को छोड़ कर मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा।
मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा में सबसे अधिक 57.7 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि सबसे कम मतदान गाजियाबाद विधानसभा में 33:3 फीसदी हुआ। इसके अलावा मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा में 57.3, कटेहरी ( आंबेडकरनगर) में 56.9, करहल (मैनपुरी) में 54.1, मझवां (मिर्जापुर) में 50.4, सीसामऊ (कानपुर) में 49.1 ,खैर (अलीगढ़) में 46.3,फूलपुर (प्रयागराज) में 43.4 फीसदी मतदान हुआ।
इस बीच मतदाताओं की आईडी मांगने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निर्वाचन आयोग के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है जिनमें कानपुर और मुजफ्फरनगर में दो दो और मुरादाबाद का एक पुलिसकर्मी शामिल है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि आयोग के संज्ञान में आया था कि कुछ मतदान केंद्रों पर पुलिस वाले मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर रहे हैं जो सही नहीं है। इस बारे में प्रथम दृष्टया जांच के उपरांत कानपुर और मुजफ्फरनगर में दो दो और मुरादाबाद में एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मतदानकर्मी सभी मतदाताओं की आईडी चेक करेंगे। इस बारे में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए है। पुलिस आईडी चेक नहीं करेगी। पुलिस का काम पोलिंग बूथ की सुरक्षा करना है और अगर आगे भी ऐसी कोई शिकायत मिलेगी तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी।
इस बीच मुजफ्फरनगर में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ककरौली में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प में कुछ लोग घायल हो गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि झड़प की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उपद्रवियों काे खदेड़ दिया है और अब वहां शांति व्यवस्था कायम है।
उपचुनाव में से आठ सीटें मौजूदा विधायकों के लोकसभा चुनाव के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ सीट पर मौजूदा सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण उपचुनाव हो रहा है।
उपचुनाव में आज कुल 90 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो जायेगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी और उसी दिन सभी परिणाम सामने आने की संभावना है।
सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से हैं, जबकि सबसे कम 5-5 उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीट पर हैं। पिछले विधानसभा चुनाव (2022) में, सपा ने सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा ने फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर सीटों पर कब्जा जमाया था। मीरापुर सीट पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का कब्जा था, जो अब भाजपा का सहयोगी दल बन चुका है। वही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने गाजियाबाद, कुंदरकी और मीरापुर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने सीसामऊ को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच है। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहली चुनावी लड़ाई है, जिसमें कांग्रेस ने खुद को बाहर रखा है और समाजवादी पार्टी (सपा) का समर्थन किया है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सभी नौ सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारते हुए अकेले चुनावी मैदान में है।
चंडीगढ़ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पंजाब विधानसभा (विस) की चार सीटों के उपचुनाव के लिए बुधवार शाम छह बजे तक 63 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
हालांकि, सटीक मतदान प्रतिशत के आंकड़े कल सुबह तक ही अपडेट किए जाएंगे, जब सभी पोलिंग पार्टियां वापस कलेक्शन सेंटर पहुंचेंगी और अंतिम डेटा एंट्री हो जाएगी।
मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि शाम छह बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 84-गिदड़बाहा में सबसे अधिक 81 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि 10-डेरा बाबा नानक में शाम 63 फीसद , 103-बरनाला में 54 और 44-चब्बेवाल में 53 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करते हुए चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए मतदाताओं का धन्यवाद किया।
उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों (जिला चुनाव अधिकारियों) और रिटर्निंग अधिकारियों के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने चुनाव प्रक्रिया के सुचारू प्रबंधन और पूर्ण निगरानी को सुनिश्चित किया। उन्होंने पोलिंग स्टेशनों पर सुरक्षित माहौल बनाए रखने और चुनाव प्रबंधन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पंजाब पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, पोलिंग अधिकारियों, वालंटियर्स और चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी व्यक्तियों समेत पूरे चुनाव अमले की मेहनत और समर्पण की प्रशंसा की।
श्री सिबिन ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा चुनाव प्रक्रिया में दिए गए सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया। इसके साथ ही, उन्होंने मीडिया द्वारा सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए सभी मीडियाकर्मियों का भी आभार व्यक्त किया।
रुद्रप्रयाग से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड के केदारनाथ विधान सभा पर बुधवार को हुए उपचुनाव में शाम छह बजे तक कुल 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सौरभ गहरवार ने सफलता व शांति पूर्वक संपन्न हुए मतदान के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों-कार्मिकों को बधाई दी है। साथ ही सभी जनपद वासियों का भी सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
श्री गहरवार ने विधान सभा उप निर्वाचन के मतदान के बाद बताया कि 07-केदारनाथ उप निर्वाचन में कुल 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि विधान सभा उप निर्वाचन में इस बार कुल 90 हजार, 875 मतदाता थे जिनमें 45 हजार 956 महिला मतदाता तथा 44 हजार 919 पुरुष मतदाता शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि आज हुए मतदान में कुल 53 हजार 526 मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। जिसमें 28 हजार 329 महिला मतदाता तथा 25 हजार 197 पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया।
उन्होंने बताया कि विधान सभा के अंतर्गत सभी पोलिंग बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना कहीं से भी प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि निर्वाचन हेतु मतदेय स्थलों हेतु तैनात अधिकतर पोलिंग पार्टियां आज वापस आना शुरू हो गई हैं।
इसके साथ ही निर्वाचन आयोग से मिली अनुमति के बाद सात पोलिंग पार्टियां कल प्रातः लगभग 9-10 बजे तक अगस्त्यमुनि मतगणना केंद्र में पहुंच जाएंगी।
पलक्कड़ से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक केरल के पलक्कड़ विधानसभा सीट पर बुधवार को हुए उपचुनाव में शाम छह बजे तक लगभग 62.12 प्रतिशत मतदान हुआ।
दूरदराज के इलाकों में लगभग सभी मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई थी जबकि शहरी इलाकों में मतदान का प्रतिशत कम रहा।
माथुर पंचायत में अपराह्न 14:00 बजे तक सबसे अधिक 43.62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि कन्नडी और पिरयारी पंचायतों में 42.66 और 42.38 प्रतिशत और पलक्कड़ नगरपालिका में 41.24 प्रतिशत वोट पड़े।
वहीं महाराष्ट्र के नांदेड़ लाेकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 53.78 प्रतिशत मतदान हुआ।