पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) – विद्युत मंत्रालय के तहत एक महारत्न सीपीएसयू ने नवीकरणीय ऊर्जा के पारेषण से संबंधित अंतर-राज्य ट्रांसमिशन परियोजनाओं को लागू करने के लिए चार (04) प्रोजेक्ट स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) का सफलतापूर्वक अधिग्रहण किया है। टैरिफ बेस्ड कॉम्पिटेटिव बिडिंग (टीबीसीबी) के माध्यम से ‘खावड़ा पीएस1 और 3 ट्रांसमिशन लिमिटेड ‘एवं ‘ बाड़मेर I ट्रांसमिशन लिमिटेड ‘ को बोली प्रक्रिया समन्वयक पीएफसी कंसल्टिंग लिमिटेड (पीएफसीसीएल) से अधिग्रहित किया गया है, जबकि शेष दो एसपीवी ‘बीकानेर ए पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड’ और बीकानेर बी पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड’को बोली प्रक्रिया समन्वयक आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल) से अधिग्रहित किया गया है। ये परियोजनाएं विभिन्न राज्यों में हरित ऊर्जा के एकीकरण और पारेषण में सहयोग करेंगी। उपरोक्त सभी चार परियोजनाएं अंतर-राज्य ट्रांसमिशन सिस्टम परियोजनाएं हैं और इन्हें 24 महीनों में कमीशन किया जाना है।
खावड़ा पीएस1 और 3 ट्रांसमिशन लिमिटेड के माध्यम से एक पारेषण प्रणाली को लागू किया जाएगा जिसमें केपीएस1 पर ±300 एमवीएआर के 2 स्टेटकॉम और केपीएस3 पर ±300 एमवीएआर के 1 स्टेटकॉम की स्थापना की जाएगी। यह परियोजना गुजरात में खावड़ा क्षेत्र की आरई बिजली निकासी का हिस्सा है और इसमें विद्युत प्रणाली में इष्टतम वोल्टेज स्तर बनाए रखने के लिए रिएक्टिव पावर के रियल टाइम एडजस्टमेंट को संभव बनाने हेतु डायनामिक रिएक्टिव पावर कम्पेन्सेशन [यांत्रिक रूप से स्विच किए गए कैपेसिटर (एमएससी) और रिएक्टर (एमएसआर) के साथ स्टेटकॉम] का प्रावधान है।
बाड़मेर I ट्रांसमिशन लिमिटेड द्वारा एक पारेषण प्रणाली लागू की जाएगी, जिसमें राजस्थान राज्य में 765/400/220 केवी के नए बाड़मेर-I पूलिंग सब-स्टेशन की स्थापना, 765 केवी और 400 केवी डी/सी ट्रांसमिशन लाइनों और अन्य मौजूदा सब-स्टेशनों पर संबंधित बेज एक्सटेंशन कार्य शामिल हैं। यह ट्रांसमिशन परियोजना जैसलमेर/बाड़मेर कॉम्प्लेक्स (फतेहगढ़-IV: 4 गीगावॉट, बाड़मेर: 1.5 गीगावॉट) से 5.5 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा के निकासी की व्यापक योजना का हिस्सा है।
बीकानेर ए पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड एक ट्रांसमिशन प्रणाली लागू करेगा जिसमें स्टेटकॉम और एमएससी/एमएसआर उपकरण के साथ 765/400/220 केवी बीकानेर IV पूलिंग सबस्टेशन की स्थापना, राजस्थान और हरियाणा राज्यों से होकर गुजरते हुए बीकानेर IV को सिवानी सबस्टेशन से जोड़ने वाली 765 केवी डी/सी ट्रांसमिशन लाइन तथा राजस्थान, पंजाब और हरियाणा राज्यों से गुजरने वाली विभिन्न 400 केवी डी/सी लाइनों के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब के मौजूदा सबस्टेशनों में बे एक्सटेंशन कार्य शामिल हैं।
बीकानेर बी पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड एक ट्रांसमिशन प्रणाली लागू करेगा जिसमें स्टेटकॉम और एमएससी/एमएसआर उपकरण के साथ 765/400/220 केवी सिवानी सबस्टेशन की स्थापना, राजस्थान और हरियाणा राज्यों से होकर गुजरते हुए बीकानेर IV को सिवानी सबस्टेशन से जोड़ने वाली दूसरी 765 केवी डी/सी ट्रांसमिशन लाइन तथा हरियाणा राज्य से गुजरने वाली विभिन्न 400 केवी डी/सी लाइनों के साथ-साथ हरियाणा और राजस्थान के मौजूदा सबस्टेशनों में बे एक्सटेंशन कार्य शामिल हैं।
बीकानेर ए और बी परियोजनाएं बीकानेर कॉम्प्लेक्स (बीकानेर IV पीएस) से 6 गीगावॉट अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा की निकासी के लिए डिज़ाइन की गई हैं, जिससे भारत की स्थायी ऊर्जा वितरण क्षमता मजबूत होगी।
पावरग्रिड, अपने एसपीवी के माध्यम से, निर्माण, स्वामित्व, संचालन और हस्तांतरण (बीओओटी) मॉडल के तहत विभिन्न ट्रांसमिशन परियोजनाओं को सक्रिय रूप से कार्यान्वित कर रहा है, जो एक स्थायी ऊर्जा भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहा है। ये परियोजनाएं 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित उत्पादन क्षमता के राष्ट्रीय लक्ष्य का समर्थन करने, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा को राष्ट्रीय ग्रिड में एकीकृत करने में सहायक हैं।
31 अक्टूबर 2024 तक पावरग्रिड द्वारा 1,78,975 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों, 280 उप-केंद्रों और 5,43,961 एमवीए की ट्रांफॉर्मेशन क्षमता को कमीशन कर संचालित किया जा रहा है। नवीनतम तकनीकी उपकरणों व तकनीकों को अपनाने तथा स्वचालन और डिजिटल समाधानों के उन्नत उपयोग से पावरग्रिड 99.8% से अधिक की औसत ट्रांसमिशन सिस्टम उपलब्धता बनाए रखने में सक्षम रहा है।