भोपाल, 11 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि सरकार का उद्देश्य केवल स्वास्थ्य अधोसंरचना का निर्माण नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि ये अधोसंरचनाएं जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक बने।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री शुक्ल ने यहां मंत्रालय में राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य अधोसंरचनात्मक विकास परियोजनाओं और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्यों की व्यापक समीक्षा की। उन्होंने सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर और उच्चतम गुणवत्ता मानकों के साथ पूरा करने के निर्देश दिये, ताकि लागत में अनावश्यक वृद्धि पर रोक लगाई जा सके और आमजन को शीघ्रातिशीघ्र इन सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों के साथ-साथ एचआर और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था भी करें ताकि इन सुविधाओं का लाभ आम जनता को शीघ्र प्राप्त हो सके।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘स्वास्थ्य के अधिकार’ के लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढांचा तैयार करने के साथ ही मानव संसाधन और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
श्री शुक्ल ने निर्माणाधीन 8 नए मेडिकल कॉलेजों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इनका कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि छात्रों के लिए सीटें बढ़ाई जा सकें और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि समय पर निर्माण कार्यों के पूर्ण होने से अधिक से अधिक मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी, जो राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इन मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से प्रदेश के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
राजगढ़ और मऊगंज जिला अस्पतालों के नए भवनों में जल्द से जल्द संचालन शुरू करने के लिए उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों की उन्नत सुविधाएं जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन अस्पतालों का शीघ्र संचालन होने से स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ेगी और स्थानीय निवासियों को गुणवत्तापूर्ण इलाज के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
उप मुख्यमंत्री ने सतना में 650 बिस्तरों वाले मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निर्माण की स्थिति की भी समीक्षा की और इसे ‘स्टेट ऑफ आर्ट’ हेल्थ केयर सुविधा के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है, बल्कि आसपास के जिलों के मरीजों को भी उन्नत चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस अस्पताल में अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, इमरजेंसी सुविधाएं और विशेषज्ञ विभाग शामिल किए जाएंगे, जो मरीजों को सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने में सहायक होंगे।
श्री शुक्ल ने श्यामशाह मेडिकल कॉलेज रीवा में 321 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे सुदृढ़ीकरण और उन्नयन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कैंसर अस्पताल (200 बेड), एमसीएच ब्लॉक, नर्सिंग कॉलेज, हॉस्टल, ओपीडी ब्लॉक, मल्टी-लेवल पार्किंग और अन्य महत्वपूर्ण अधोसंरचनात्मक विकास कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य शीघ्र पूर्ण हो ताकि मरीजों और मेडिकल छात्रों को इसका लाभ मिल सके।
उन्होंने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर के जिला अस्पताल से मर्जर कर 1200 बिस्तरों तक क्षमता विस्तार कार्य की योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस विस्तार से मेडिकल कॉलेज की क्षमता में वृद्धि होगी और अस्पताल में मरीजों की संख्या का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा। इसके साथ ही, उन्होंने यूजी और पीजी सीटों के विस्तार, नए 9 ओटी ब्लॉक, कैंसर ऑनकोलॉजी विंग, कैंसर अस्पताल और छात्रावास निर्माण जैसी अन्य परियोजनाओं की भी प्रगति की जानकारी ली और समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
रीवा के सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में रीडेंसिफिकेशन के अंतर्गत चल रहे एक्सटेंशन कार्यों की धीमी प्रगति पर उप मुख्यमंत्री ने असंतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य के लोगों को विशेष चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसकी शीघ्र पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को तत्परता से कार्य करना चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने ज़िला चिकित्सालय मैहर, संजीवनी क्लीनिक सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने विभागीय नियुक्ति प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने समय से भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए औपचारिकताओं को पूर्ण करने के निर्देश भी दिये। बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त श्री तरुण राठी, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं एमडी एमपीएचएससीएल डॉ. पंकज जैन, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. अरुण श्रीवास्तव, पीआईयू, एमपी बीडीसी, पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन, ब्रिज एंड रूफ के प्रतिनिधि और विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।