एक ही कमरे में युवक-युवती ने फांसी लगाकर की खुदकुशी 

खुद को भाई-बहन बताकर किराए से लिया था कमरा

परिजनों को भी नहीं थी एक साथ रहने की जानकारी

नहीं मिला सुसाइड नोट, जांच के लिए मोबाइल जब्त

भोपाल, 8 नवंबर. अयोध्या नगर में रहने वाले एकसाथ रहने वाले युवक और युवती ने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. दोनों ने खुद को भाई-बहन बताकर कमरा किराए से लिया था. वह करीब तीन महीने से साथ रह रहे थे. हालांकि दोनों के परिजनों को उनके एकसाथ रहने की जानकारी नहीं थी. युवती पढ़ाई और जॉब के लिए भोपाल आई थी, जबकि युवक भी काम के लिए भोपाल आया था. घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस उनके मोबाइल फोन जब्त कर फोरेंसिक जांच करवा ही है. उसके बाद ही खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो पाएगा. पुलिस के मुताबिक पायल गुजरे (19) और सोनू महाले (23) मूलत: बैतूल के रहने वाले थे. दोनों के गांव आस-पास हैं. पायल के पिता के पिता मजदूरी करते हैं. तीन भाई-बहनों में वह सबसे बड़ी थी. उसने दीनदयाल योजना के तहत कम्प्यूटर कोर्स किया था. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह भोपाल में पढ़ाई और जॉब करने के लिए आई थी. परिजनों को यह पता नहीं था कि वह किसी युवक के साथ रहती है. इसी प्रकार सोनू महाले ने आईटीआई पास की थी. वह इलेक्ट्रिीशियन का काम करता था. करीब तीन महीने पहले दोनों को खुद को भाई-बहन बताते हुए नरेला शंकरी में एक कमरा किए पर लिया था. गुरुवार सुबह मकान मालिक ने पानी भरने के लिए उनका दरवाजा खटखटाया, लेकिन दोनों ने नहीं खोला. शाम करीब चार बजे तक दोनों बाहर नहीं निकले तो मकान मालिक ने रोशनदान से अंदर झांसा तो पायल जमीन पर पड़ी और सोनू फांसी के फंदे पर लटका दिखा. युवती ने पहले लगाई होगी फांसी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खोलकर भीतर प्रवेश किया और शव बरामद कर पीएम के लिए भेजे. घटनास्थल का निरीक्षण करने पर अनुमान लगाया गया कि पायल ने पहले फांसी लगाई होगी. सोनू ने उसे बचाने का प्रयास किया होगा, लेकिन सफल नहीं हुआ तो उसने भी फांसी लगा ली. पायल का शव जिस स्थान पर पड़ा था, उसकी फांसी का फंदा कुछ दूरी पर बंधा मिला, जिसके चलते पुलिस ने यह अनुमान लगाया है. दोनों के पास नहीं मिला सुसाइड नोट कमरे की तलाशी में दोनों के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस ने उनके मोबाइल फोन जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिये हैं. प्रारंभिक पूछताछ में दोनों के परिजनों को उनके एक साथ रहने की जानकारी नहीं थी. मकान मालिक उन्हें भाई-बहन समझ रहे थे, लेकिन पुलिस ने जब कागजात चैक किए तो दोनों के अलग-अलग होने का पता चला. कमरे से एक बैंक पासबुक मिली थी, जिसके आधार पर बैतूल के स्थानीय थाने का पता चला. उसके बाद युवती और युवक के गांव की जानकारी मिली. पढ़ाई के दौरान हुई थी दोस्ती प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि पायल ने नौवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई पड़ोस वाले गांव के स्कूल से की थी. सोनू भी उसी गांव का रहने वाला है. इसी दौरान उनकी बीच पहचान हुई थी. दोनों करीब सात महीने से भोपाल में थे. पिछले तीन महीने से वह नरेला शंकरी में एक साथ किराए से रह रहे थे, लेकिन इसके पहले वह कहां रहते थे, इसका पता अभी नहीं चल पाया है. दीपावली पर दोनों ही अपने-अपने घर गए थे, लेकिन उन्होंने परिवार वालों को किसी के साथ रहने अथवा किसी प्रकार की परेशानी की जिक्र नहीं किया था. अनुमान है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया.

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