पन्ना, 07 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पर्यटन गांव मड़ला स्थित कर्णावती सभागार में वन विभाग की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक सागर संभागायुक्त डॉ वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आज आयोजित हुयी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार बैठक में जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारियों सहित समिति के सदस्यगण, मड़ला एवं हिनौता ग्राम पंचायत सरपंच, होटल व रिसॉर्ट संचालक, जिप्सी एवं गाइड एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। इस दौरान पर्यटन विकास के लिए बेहतर प्रबंधन तथा पर्यटक सुविधाओं के संबंध में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा के दौरान आवश्यक सुझावों से अवगत कराया गया।
संभागायुक्त डॉ रावत ने बैठक में उपस्थितजनों से चर्चा के दौरान कहा कि पन्ना नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा हितधारकों के साथ पर्यटन सुविधाओं में बढ़ोत्तरी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किया जाएगा। पर्यटकों की जरूरी सुविधाओं के दृष्टिगत निवेशकों के आर्थिक लाभ भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व द्वारा स्वयं के स्तर पर राजस्व अर्जित करने का प्रयास भी किया जाए। छोटे-छोटे मुद्दों का त्वरित रूप से निराकरण हो।
संभागायुक्त ने विभिन्न समितियों के चुनाव में पारदर्शिता का आश्वासन दिया। साथ ही भारत सरकार द्वारा वन्य क्षेत्र एवं अभ्यारण्य में पर्यटकों की सुविधा के लिए जारी गाइडलाइन अनुरूप आवश्यक सुविधाएं विकसित करने की बात कही। होटल एवं रिसोर्ट में वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना तथा पर्यावरण के अनुकूल कचरा निष्पादन के लिए स्टेकहोल्डर्स से चर्चा कर स्थल चिन्हित करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने मड़ला में भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम स्थापित करने, चयनित मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने और स्पीड सेंसर स्थापना के निर्देश भी दिए।
पन्ना नेशनल पार्क की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की द्वारा समिति सदस्यों और उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को बैठक की रूपरेखा एवं एजेंडा के बारे में अवगत कराया गया। बताया गया कि पन्ना नेशनल पार्क के तीन गेट के लिए 85 जिप्सी निर्धारित हैं। मड़ला गेट के लिए 60, हिनौता गेट के लिए 12 और अकोला गेट के लिए 13 जिप्सी पर्यटकों के लिए उपलब्ध है। भारत सरकार द्वारा जिप्सी संख्या यथावत रखकर अकोला गेट से पर्यटकों के लिए गत वर्ष प्रवेश शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई थी।
सलाहकार समिति की बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा पन्ना-अमानगंज एवं पन्ना-छतरपुर मार्ग पर नेशनल पार्क क्षेत्र सीमा में स्पीड ब्रेकर, सकरिया में सीमेंट प्लांट के ट्रकों की आवाजाही के लिए बायपास निर्माण तथा मड़ला को आदर्श ग्राम बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही सहित अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। बैठक में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देशानुसार बाघ एवं पारिस्थिकी तंत्र के संरक्षण के उद्देश्य के साथ आवश्यक प्रबंधन व उपायों पर विचार विमर्श किया गया।
स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक में निर्धारित शर्तों के अधीन आगामी दिसम्बर माह में राजगढ़ पैलेस के संचालन के संबंध में भी चर्चा की गई। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एवं प्रभारी कलेक्टर संघ प्रिय ने होटल एवं रिसोर्ट द्वारा पर्यटक सुविधाओं और जैविक कचरा निष्पादन के संबंध में जिला स्तरीय समिति द्वारा लीफ एवं स्टार रेटिंग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के बारे में जानकारी दी।
गुनौर विधायक राजेश वर्मा ने बैठक में अमानगंज बायपास की मरम्मत और अमानगंज नगर में प्रायः लगने वाले जाम का मुद्दा उठाया। साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व में स्थानीय लोगों को अपने उत्पादों के विक्रय सहित ज्वेलरी शॉप एवं अन्य माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कहा। ककरहटी बायपास निर्माण और नेशनल पार्क भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को पन्ना में अन्य स्थानों पर भ्रमण के लिए मार्गदर्शिका उपलब्ध कराने की मांग रखी। राजनगर विधायक अरविन्द पटेरिया द्वारा राजगढ़ पैलेस के नजदीक स्वर्गेश्वर धाम के विकास और अन्य विकास कार्यों पर ध्यान आकृष्ट कराया गया। इसी तरह हटा विधायक उमा देवी खटीक ने मड़ियादो में पर्यटक प्रवेश द्वार प्रारंभ करने और सड़क चौड़ीकरण के बारे में अवगत कराया।
इस दौरान वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए पीयूसी की स्थापना, मड़ला ग्राम पंचायत को प्रत्येक बार जिप्सी आवागमन के दौरान निर्धारित शुल्क अदा करने और इसके लिए जरूरी गाइडलाइन तैयार करने की चर्चा भी की गई। ग्राम पंचायत को प्राप्त राशि से जरूरी विकास कार्य कराए जाएंगे। बैठक में केन-बेतवा लिंक परियोजना के भविष्य में पूरी तरह से अस्तित्व में आने के बाद पीटीआर के स्वरूप पर भी चर्चा हुई।
समिति की बैठक में कलेक्टर छतरपुर पार्थ जैसवाल, वन मंडल अधिकारी उत्तर गर्वित गंगवार, वन मंडल अधिकारी दक्षिण अनुपम शर्मा, उप संचालक पन्ना नेशनल पार्क मोहित सूद भी उपस्थित रहे।