पन्ना, 07 नवंबर (वार्ता) दक्षिण पन्ना वन मण्डल के अंतर्गत रेंज ऑफिसर रजित द्विवेदी एवं रैपुरा परिक्षेत्र के वन अमले को बीट उ. जामुनडाड में 28 अक्टूबर को एक मृत भालू मिला था।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मामले को संज्ञान में लेते हुए वन मण्डलाधिकारी के निर्देशानुसार वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व सागर के डॉग स्क्वाड टीम को मौका स्थल पर सर्चिंग करने के लिये बुलाया गया। सर्चिंग के दौरान जी आई तार के टुकड़े तथा खूंटी लगाने के निशान मिले।
वन मण्डलाधिकारी दक्षिण पन्ना की उपस्थिति में पन्ना टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ संजीव कुमार गुप्ता ने मृत भालू का शव परीक्षण कर शव दाह कराया गया। आरोपियों के चिन्हांकन के लिये टॉवर डम्प डाटा भी मंगाया गया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी रैपुरा द्वारा टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की गयी। टीम द्वारा स्थल का पुन: निरीक्षण किया गया एवं संदेह के आधार पर विश्राम चौधरी पिता किशोरा चौधरी साकिन कुआखेड़ा थाना रैपुरा, मुकेश पिता कन्छेदी चौधरी साकिन कुआखेड़ा थाना रैपुरा, अशोक पिता शोभा चौधरी साकिन कुआखेड़ी थाना रैपुरा, दुर्गेश पिता भरत चौधरी साकिन कुआखेड़ी थाना रैपुरा और लखन पिता लीला आदिवासी साकिन डोहली थाना को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उक्त आरोपियों को 3 नवंबर को पवई न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय द्वारा सभी आरोपियों को जेल भेजा गया।
प्रकरण में वन क्षेत्राधिकारी रैपुरा रजित द्विवेदी, परिक्षेत्र सहायक रैपुरा रामगोपाल विश्वकर्मा, परिक्षेत्र सहायक बघवार रामप्रताप सिंह गौतम, परिक्षेत्र सहायक घुटेही रंजना नागर, वन रक्षक बीट गार्ड उ. जामुनडाड प्रमोद गौड़, बीट गार्ड रैपुरा प्रेमशंकर ठाकुर, बीट गार्ड अधराड सुमंत जागेत, वन रक्षक संदीप तिवारी, प्रदीप कुमार खरे, कमलाकांत पयासी, पप्पू कुशवाह, अरविंद सिंह, राकेश कुमार खरे, सतीश द्विवेदी, जयप्रकाश सोनकर, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, रजनीश चौरसिया, लक्ष्मीकांत तिवारी और समस्त सुरक्षा श्रमिक शामिल रहे।