उपपंजीयक पर पुलिस की मेहरवानी होने का आरोप, शिकायतकर्ता ने कहा की साहब पूर्व के एसपी साहब देते रहे कार्रवाई कराने का झूठा आश्वसन
सिंगरौली : साहब हम न्याय के लिए 8 महीने से एसपी एवं कलेक्टर के दफ्तर में चक्कर लगा रहें हैं। किसी तरह दलालों के विरूद्ध मामला दर्ज हुआ। लेकिन उपपंजीयक पर जिनके कारण प्रतिबंध के बावजूद भूमि की रजिस्ट्री हुई। उन्हें अपराधी नही बनाया जा रहा है। पूर्व में पदस्थ एसपी कार्रवाई कराने का झूठा आश्वासन देते रहें।
उक्त कथन गढ़वा थाना क्षेत्र के ग्राम खटाई निवासी संजय कुमार जायसवाल पिता ललित कुमार जायसवाल ने जिले के एक दिवसीय दौरे पर आये रीवा रेंज के आईजी महेन्द्र सिंह सिकरवार को उपपंजीयक के खिलाफ लिखित शिकायत पत्र का है। संजय कुमार जायसवाल ने आईजी एवं पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता को अवगत कराया की तहसील चितरंगी के ग्राम झपरहवा की जमीन खरीदी में धोखाधड़ी का शिकार हुआ हॅू।
एक ओर जहां फर्जी बनकर कास्तकार ने 30 एकड़ जमीन बिक्र ी किया। वही दूसरी ओर 12 मई 2022 को प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन भोपाल के निर्देश पर कलेक्टर सिंगरौली ने संजय नेशनल पार्क अभ्यारण्य बगदरा क्षेत्र के भूमियों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बावजूद उपपंजीयक सिंगरौली ने 2 जून 2022 क ो झपरहवा गांव की उक्त भूमियों की रजिस्ट्री कर दिया। बाद में जब पता चला की बिक्री कर्ता फ्र ॉड हैं और परटवारी की सांठ-गांठ से कूट रचित दस्तावेज तैयार किया गया। तब इसकी शिकायत कलेक्टर सिंगरौली के यहां की गई। जिसमें 8 अगस्त 2023 को तत्कालीन पटवारी उदित नारायण शर्मा, फर्जी कास्तकार राजेश मल्लाह सहित अन्य पर धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध हुआ। लेकिन उपपंजीयक पर अभी तक मामला पंजीबद्ध नही किया गया।
पीडि़त का आरोप है कि दलालों के चलते उक्त भूमि की रजिस्ट्री हुई है । यदि उपपंजीयक अशोक सिंह परिहार ने भूमियों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध के बावजूद उक्त भूमि की रजिस्ट्री न करते तो मेरा 40 से 50 लाख रूपये का नुकसान न होता। उपपंजीयक के बदौलत ही हम धोखाधड़ी के शिकार हुयें हैं। आईजी रीवा को आगे बताया की इसकी शिकायत कई बार तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैसी के यहां खुद मिलकर करता रहा। लेकिन एसपी केवल कार्रवाई कराने का कई महीनों से झूठा आश्वासन देते रहें। इसी बीच पता चला की वे किसी न किसी दबाव में है। इसक ो वही बताएंगे की उनके ऊपर कौन सा दबाव था। पीडि़त ने आईजी एवं नवागत एसपी से न्याय की गुहार लगाया।
कोतवाली से भी मिल रहा कार्रवाई करने का कोरा आश्वासन
पीडि़त संजय कुमार जायसवाल का आरोप है कि कोतवाली पुलिस भी जांच कर कार्रवाई करने में केवल तारीख पर तारीख दे रही है। उप पंजीयक पर पुलिस की उप पंजीयक दरियादिली समझ से परे है। कुछ न कुछ मामला है। जिसके चलते पुलिस दबाव में काम कर रही है। प्रमाण उपलब्ध कराये जाने के बावजूद उप पंजीयक को एफआईआर में अभी तक नाम शामिल न करना ऐसे में तरह-तरह की चर्चाएं होंगी ही।