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बागली। करवा चौथ पुरानी परंपरा अनुसार मनाया जाता है लेकिन जैसे-जैसे टीवी सीरियल में आधुनिकता बताते हैं उसी प्रकार करवा चौथ पर्व में भी आधुनिकता आ गई है। अधिकतर महिलाओ ने सुसज्जित मोतियों से जड़ा हुआ या रंगीन करवा उपयोग किया वही मिठाई की जगह लड्डू का उपयोग प्रचलन में आया इस पर्व को लेकर बागली नगर क्षेत्र में रविवार को लगने वाले हाट बाजार में बहुत रौनक दिखाई दी समाचार लिखे जाने तक बागली क्षेत्र की सभी दुकानों पर लड्डू मिठाई खत्म हो गई थी। महिलाओं ने इसके स्थान पर एक रसगुल्ले और काजू कतली का उपयोग किया। व्यापारियों के अनुसार अकेले बागली में आभूषण और वस्त्र सहित 50 लाख रुपए से अधिक का व्यापार हुआ है। चूड़ी विक्रेता विजय लखेरा ने बताया कि बागली में सभी चूड़ी की दुकान पर महिलाओं की देर शाम तक भीड़ बनी रही। करवा बेचने वाली लीलाबाई प्रजापत ने बताया कि उन्होंने जितने भी फैशनेबल करवे बनाये थे। लगभग सभी बिक गए। शाम को मुहूर्त समय में महिलाओं ने करवे की पूजा करते हुए करवा चौथ माता की कथा सुनी चांद देख कर व्रत को खोला।