खंडवा जिला चिकित्सालय में एक्सपर्ट-पोस्टमार्टम के लिए लाया गया
नवभारत न्यूज
खंडवा। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के एक बिल्डर का क्षत-विक्षत शव सनावद के जंगल में पुलिस ने खोज निकाला है। वह 27 सितंबर से लापता था। उसके पास करीब 15 लाख रुपए थे। ओंकारेश्वर दर्शन करने आया था। हत्या तो तय मानी जा रही है,लेकिन रुपए लूटने के कारण हत्या की गई? हत्यारे कौन थे?
इसके लिए खंडवा व खरगोन पुलिस मिलकर मर्डर-मिस्ट्री सुलझाने में लग जाएगी। महाराष्ट्र पुलिस की सक्रियता की तारीफ करनी होगी कि लोकेशन के आधार पर ही वह औरंगाबाद से सनावद के घने जंगल में बिल्डर की लाश तक पहुंच गई। इस तरह के रुपए लूटने के आदतन अपराधियों पर पुलिस शिकंजा कसेगी।
आंशका: रुपए छीने और मार डाला?
इसी बीच आशंका है कि किसी ने उससे रुपए छीनकर मार डाला और जंगल में फेंक दिया। खंडवा जिला चिकित्सालय में एक्सपर्ट-पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। खंडवा जिले में गंभीर किस्म के अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, हालांकि लाश जहां से बरामद की गई है, वह इलाका खरगोन जिले के सनावद थानाक्षेत्र का बताया जा रहा है।
ओंकारेश्वर
दर्शन करने आया था
जानकारी के मुताबिक मृतक बिल्डर का नाम किशोर बाबूराव लोखरे है। वे ओंकारेश्वर दर्शन के लिए पहुेंचे थे। परिजनों से 26 सितंबर तक बात होती रही। 27 सितंबर से मोबाइल नहीं उठाने व बंद रहने के कारण औरंगाबाद जिले के संबंधित थाने में मिसिंग रिपोर्ट लिखवाई।
मोबाइल सिग्नल से
शव तक पहुंची पुलिस
महाराष्ट्र की पुलिस उसे खोजने में जुट गई। कुछ परिजन भी साथ लिए। मोबाइल व साइबर एक्सपर्ट के इशारे पर वे सनावद के जंगल तक पहुंच गए। खंडवा और खरगोन जिले की सीमा के पास सनावद के पास शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला। सड़ भी चुका था। खरगोन जिले की पुलिस साथ थी।
खंडवा में एक्सपर्ट-पीएम हुआ
एक्सपर्ट पीएम के लिए महाराष्ट्र व खरगोन जिले की पुलिस खंडवा शव लेकर आई। रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा, कि किस तरह बिल्डर की हत्या की गई होगी? उस समय क्या परिस्थिति रही होगी? पुलिस के साथ आए परिजन ने बताया कि उनके पास लगभग 10 से 15 लाख रुपए थे। ओंकारेश्वर दर्शन करने पहुंचे थे। पूरे मामले की छानबीन खरगोन जिले की पुलिस भी कर रही है।