एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर अलर्ट हुई एजेंसियां
भोपाल, 9 अक्टूबर. राजधानी के कटारा हिल्स स्थित औद्योगिक क्षेत्र बगरौदा में पकड़ी गई नशे की फैक्ट्री के बाद ड्रग तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है. एटीएस और एनसीबी ड्रग तस्करी के पूरे गठजोड़ का पता लगाने में जुटी हुई है. ड्रग तस्करों के विदेश भागने की आशंका के चलते एनसीबी ने लुकआउट नोटिस जारी किया है. देश की सभी प्रमुख जांच एजेंसियों को एयरपोर्ट पर और बंदरगाहों पर अलर्ट रहने को कहा गया है। इधर, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर फैक्ट्री चालू करने के लिए फंडिंग देने वालों की जानकारी भी जुटाई जा रही है.
जानकारी के अनुसार गुजरात एटीएस और दिल्ली एनसीबी ने बीती पांच अक्टूबर को बगरौदा औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री पर छापा मारा था. टीम को यहां से 1814 करोड़ रुपये कीमत की एमडी ड्रग के साथ ही लाखों रुपये कीमत का ड्रग बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल जब्त किया था. इस मामले में भोपाल के अमित चतुर्वेदी और नासिक महाराष्ट्र के सान्याल बाने के साथ ही मंदसौर निवासी हरीश आंजना को गिरफ्तार किया गया था. इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तार के बाद बड़े पैमाने पर ड्रग तस्करी से जुड़े उनके आका भूमिगत हो गए हैं. तीनों से हुई कड़ी पूछताछ के बाद देशभर के करीब 90 ड्रग तस्करों का पता चला है. इन सभी के मोबाइल फोन फिलहाल स्विचऑफ हैं, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. एटीएस और एनसीबी के अलावा देश की अन्य प्रमुख जांच एजेंसियां भी ड्रग तस्करों की तलाश को लेकर सक्रिय हो गई हैं.
देश छोड़कर नहीं भाग पाएंगे तस्कर
प्रारंभिक पूछताछ में जिन ड्रग तस्करों के नाम एनसीबी और एटीएस को पता चले हैं, उनकी तलाश में अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं. इसके साथ ही देशभर के सभी एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर भी जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया है. ड्रग तस्करों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है, ताकि कोई भी तस्कर देश छोड़कर बाहर नहीं भाग पाए. हवाई मार्ग के साथ ही समुद्री मार्ग पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सूत्रों का कहना है कि फैक्ट्री चलाने और ड्रग तस्करी में अभी तक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, यह ड्रग तस्करी से जुड़े छोटे लोग हैं, जबकि बड़े तस्करों की गिरफ्तारी होना अभी बाकी है.