विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किए गए पीएम में हुआ खुलासा
नवभारत न्यूज
सतना 4 अक्टूबर. जिले के सभापुर थाना क्षेत्र नेवारी में एक व्यक्ति की गुरुवार को दिन-दहाड़े की गई हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है. मौत की वजह गोली लगना नहीं बल्कि धारदार हथियार के घातक वार हैं. यह खुलासा तब हुआ जब शुक्रवार को जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में मृतक का पोस्टमार्टम किया गया.
नेवारी में गुरुवार को संदिग्ध परिस्थतियों में एक व्यक्ति की लाश पड़ी मिली थी. व्यक्ति का शव उकड़ूं स्थिति में सड़क किनारे पड़ा हुआ था. शव से लगभग 100 मीटर की दूरी पर मृतक की बाइक भी पड़ी मिली. मृतक की पहचान मछखड़ा निवासी 40 वर्षीय अरुण त्रिपाठी के तौर पर हुई. बताया कि मृतक अरुण खेती किसानी का काम करने के साथ ही नेवारी में रामचंद्र बंसल की बंद खदान में चौकीदारी का काम भी करता था. पुलिस द्वारा शव और घटनास्थल की बारीकी से जांच किए जाने पर मृतक के सीने के दाहिनी ओर गोली लगने जैसा निशान नजर आया था. इसके अलावा उसके चेहरे पर भी चोट के निशान मिले थे. पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिरसिंहपुर स्थित स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया था. लेकिन वहां पर दो चिकित्सकों की टीम द्वारा शव की जांव करने के बाद पोस्टमार्टम जिला अस्पताल सतना में कराए जाने की संस्तुति कर दी थी. जिसके चलते शुक्रवार की सुबह विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया. जिसके जरिए यह जानकारी सामने आई कि अरुण की मौत गोली लगने के कारण नहीं हुई थी. बल्कि किसी अन्य धारदार हथियार से उस पर घातक वार किया गया था. जिसे देखते हुए पुलिस द्वारा सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच तेज कर दी गई है.
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विक्रम सिंह, एसडीओपी चित्रकूट रोहित राठौड़ और एफएसएल अधिकारी डॉ. महेंद्र ङ्क्षसह शुक्रवार को नेवारी स्थित घटनास्थल पर पहंचे. पुलिस और फोरेंसिक अधिकारियों द्वारा घटनास्थल के साथ-साथ आस पास के क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण किया गया. गौरतलब है कि एफएसएल अधिकारी डॉ. सिंह सिंगरौली जिले में हुई एक घटना की जांच करने के लिए गए हुए थे. जिसके चलते वे गुरुवार को नेवारी स्थित घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए थे.