ढाका, 04 अक्टूबर (वार्ता) बंगलादेश, भारत और नेपाल ने बांगलादेश सरकार की पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन और जल संसाधन सलाहकार सैयदा रिजवाना हसन की उपस्थिति में 40 मेगावाट के ऊर्जा समझौते पर हस्ताक्षर किये।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, बंगलादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी), नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (एनईए) और भारत के एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) द्वारा काठमांडू में एक समारोह में त्रिपक्षीय बिजली बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
यह सौदा जून से नवंबर तक पांच महीनों के लिए नेपाल से भारत के रास्ते बंगलादेश तक 40 मेगावाट बिजली प्रवाहित करने की अनुमति देता है।
दीपक खड़का, नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री, नजमुल अहसन, बंगलादेश के जल संसाधन सचिव; और बंगलादेश में नेपाल के राजदूत घनश्याम भंडारी भी गुरुवार को समारोह में शामिल हुए।
अपने भाषण में सैयदा रिज़वाना हसन ने बताया कि यह समझौता बढ़ते क्षेत्रीय ऊर्जा वाणिज्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, “यह न केवल हमारी तात्कालिक ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के बारे में है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल तरीके से हमारे देशों की दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में भी है।”
इससे पहले पर्यावरण सलाहकार ने द्विपक्षीय मुद्दों को संबोधित करने के लिए सिंघा दरबार में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की।
पर्यावरण सलाहकार बंगलादेश, नेपाल और भारत के बीच ऐतिहासिक बिजली बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर देखने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर नेपाल में हैं।