जिला प्रशासन की चि_ी सार्वजनिक होने के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने सीएमडी से की वार्ता, मोरवा के पुनर्वास स्थल पर फसा पेच
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 4 अप्रैल। मोरवा का विस्थापन और उसका पुनर्वास भलुगढ़ समेत दादर एवं गोदवाली में किए जाने को लेकर कलेक्टर कार्यालय से एनसीएल को अनुमानित लागत जमा करने हेतु पत्र लिखा गया था।
इस पत्र के सार्वजनिक होने के बाद एक बार फिर भलुगढ़ का विरोध कर रहे लोगों ने कल आनन-फानन में एनसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक बी साईराम से एनसीएल मुख्यालय में वार्ता कर अपना मांग पत्र सौंपा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएमडी से वार्ता करने गए प्रतिनिधि मंडल ने एक बार फिर भलुगढ़ की मांग को सिरे से नकारते हुए उन पर वादा खिलाफी का आरोप भी लगाया। उक्त बैठक के बारे में जानकारी देते हुए प्रतिनिधि मण्डल के सदस्य ने बताया कि अपने प्रथम मुलाकात में एनसीएल सीएमडी ने उनकी मांगों पर विचार करने के लिए आश्वस्त किया था। उन्होंने बताया कि एक ओर एनसीएल सीएमडी ने उनकी मांगों पर विचार करते हुए पुन: सर्वे करवाने और सभी के भावनाओं का ख्याल रखने की बात कही गई थी। वहीं दूसरी ओर उन्होंने भलुगढ़ में विस्थापन को लेकर अपनी कार्यवाही जारी रखी। प्रतिनिधिमंडल ने भलुगढ़ में पुनर्वास को सिरे से खारिज कर दिया। वहीं सीएमडी को यह बताया गया कि अगर लोगों की मांगों के विपरीत उन्हें भलुगढ़ में बसाने का प्रयास किया गया तो इसके बाद उग्र आंदोलन होगा। उक्त वार्ता में संजय प्रताप सिंह, राजेश सिंह, अभुदय सिंह, मनोज प्रताप सिंह, भूपेंद्र गर्ग, राजेश मिश्रा, सतीश उत्पल, आलोक यादव, अजीत कुमार झा, सुदर्शन सिंह मुन्ना अग्रहरि समेत अन्य लोग शामिल थे।
सीएमडी को 24 मांग पत्रों का सौपा ज्ञापन
एक बार फिर सभी ने एनसीएल सीएमडी को 24 सूत्रीय मांग पत्र सौपा। जिसमें पुनर्वास का स्थान मोरवा से सटे नगर निगम के वार्ड क्रमांक 1 के पास स्थित खनहना से लेकर सिंगरौली रेलवे स्टेशन के बीच बसने या नगर निगम क्षेत्र बैढऩ अन्य जगहों पर स्मार्ट सिटी के निर्माण करने की मांग रखी। इसके साथ ही विस्थापितों की भूमि एवं परिसंपत्तियों का बाजार मूल्य की वृद्धि कर वर्तमान बाजार मूल में जो सबसे अधिक हो उसे आधार मानकर उसका भुगतान करने, पुनर्वास स्थल के संपूर्ण विकास के उपरांत की मोरवा शहर की भूमि एवं परिसंपत्तियों पर कब्जा करने, विस्थापित परिवार के प्रत्येक सदस्यों को 25 लख रुपए बिना किसी उम्र और लिंग के भेदभाव करते हुए दिए जाने समेत अन्य मांगों को रखा।
अधिकारियों ने सीएमडी को किया गुमराह
इस वार्ता में गए अन्य सदस्य ने बताया कि वार्ता में एनसीएल सीएमडी ने कहा कि उन्हें एनसीएल के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया था कि सभी भलुगढ़ में विस्थापन को लेकर तैयार हैं। इसके बाद वार्ता कर रहे लोगों ने एनसीएल सीएमडी के समक्ष मांग रखी कि यदि भलुगढ़ इतनी ही उपयुक्त जगह है तो एनसीएल अपना मुख्यालय और अपना आवासीय परिसर भलुगढ़ में स्थापित कर ले और बैढऩ की जमीन पर विस्थापितों को बसा दे। लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि टाटा गु्रप द्वारा किया जा रहे सर्वे में विस्थापन की जगह को लेकर एक कॉलम जोड़ दिया जाए। जिस सर्वे से यह पता चल सके कि कितने लोग किस स्थल पर पुनर्वास चाह रहे हैं। वार्ता करने गए लोगों की माने तो सभी बातों को सुनने के बाद एनसीएल सीएमडी द्वारा इस बारे में पुन: विचार करने का आश्वासन दिया गया है।