दुबई 03 अक्टूबर (वार्ता) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को महिला टी-20 विश्व कप में क्रिकेट समुदाय, खिलाड़ियों और प्रशंसकों को विषाक्त सामग्री से बचाने, एक सुरक्षित और समावेशी ऑनलाइन वातावरण बनाने के लिये एक ‘सोशल मीडिया मॉडरेशन’ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरण युक्त कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की शुरुआत की है।
आईसीसी की आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार ब्रिटेन की सॉफ्टवेयर कंपनी ‘गो बबल’ के सहयोग से यह एआई संचालित उपकरण खिलाड़ियों के सोशल मीडिया चैनलों पर अभद्र भाषा और उत्पीड़न जैसी विषाक्त सामग्री की निगरानी करता है, इसका उद्देश्य टीम और खिलाड़ियों की मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा कर सकारात्मक माहौल को बढ़ावा देना है। पहले ही 60 से अधिक खिलाड़ी सोशल मीडिया सुरक्षा सेवा के इस विकल्प का चयन कर चुके हैं।
इस उपकरण को लेकर आईसीसी के डिजिटल प्रमुख फिन ब्रैडशॉ ने कहा, “ हम आईसीसी महिला टी-20 विश्वकप के सभी प्रतिभागियों और प्रशंसकों के लिये एक सकारात्मक और समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने के लिये समर्पित हैं। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि इतने सारे खिलाड़ी और टीमें हमारी नयी पहल को अपना रही हैं। ”
दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता ने कहा कि खिलाड़ियों को सोशल मीडिया से इस तरह की सुरक्षा मिलना ‘बहुत बड़ी बात’ है।
उन्होंने कहा, “ मेरे लिये यह सुरक्षा बहुत बड़ी बात है, क्योंकि खिलाड़ियों को बिना किसी आलोचना या आलोचना के डर के दुनिया के साथ अपना जीवन साझा करने का मौका मिलता है। मैं बदलाव देखने के लिये उत्सुक हूं। ”
आज से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में 10 देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इन टीमों को दो समूहों में बांटा गया है। टूर्नामेंट का पहला मैच बंगलादेश और स्कॉटलैंड के बीच खेला जायेगा। भारत टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत चार अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ करेगा।