मलबे में दो लोगों की मौत होने के बाद ,बड़ा गणपति की गली से हटाई गई कंठी, माला फूल और खाने पीने की दुकान
उज्जैन। शुक्रवार की शाम महाकाल मंदिर के 4 नंबर गेट के ठीक सामने महाराजवाड़ा स्कूल की एक पुरानी कच्ची दीवार ढह जाने से दो लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हैं। जिन्हें इंदौर के अलग-अलग अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। वहीं शनिवार को जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई की गई और बड़ा गणेश की गली से लगभग 100 से 150 दुकाने हटा दी गई।
नवभारत द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि बड़ा गणपति से लेकर महाकाल मंदिर के बीच सैकड़ों दुकान छोटे व्यापारियों द्वारा सडक़ पर लगाई जाती थी, जो किराए के ओटले से लेकर ठेले पर संचालित होती थी। कुछ ने गुमटियां भी बना रखी थी, ऐसे में नगर निगम ने शनिवार को अवैध निर्माण अतिक्रमण की कार्रवाई करते हुए सभी दुकान हटा दी गई।
अस्थाई बताकर हटाई-नगर निगम की अतिक्रमण गैंग के प्रभारी मोनू थनवार ने बताया कि यह सब अस्थाई है और दीवार गिरने से जो हादसा हुआ है। उसमें दो लोग दब गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं दो अभी भी घायल है ऐसे में इन सब दुकानदारों को यहां से हटाया जा रहा है।
शव रखकर चक्का जाम
इधर शिव शक्ति नगर निवासी जिस युवक योगी की मौत दीवार गिरने के हादसे में हुई। उस परिवार और रहवासियों ने मोहन नगर नाके पर चक्काजाम कर दिया और मृतक युवक की लाश रखते हुए 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी की मांग की जाने लगी।
50 लाख और नौकरी की मांग
आगर रोड पर जहां चक्काजाम किया जा रहा था। वहां मौके पर पुलिस ने मोर्चा संभाला, साथ ही कलेक्टर नीरजकुमार सिंह के निर्देश पर एडीएम अनुकूल जैन भी मौके पर पहुंचे और चक्काजाम करने वाले लोगों से बातचीत की। मृतक के परिजनों ने बताया कि 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए।
एडीएम ने हटवाया चक्काजाम
एडीएम अनुकूल जैन ने रहवासियों और प्रभावित परिवार के लोगों को बताया कि दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए आपको थाने पर आवेदन देना पड़ेगा और रही बात आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी की तो यह बात सरकार तक पहुंचाई जाएगी। साथ ही एसडीएम के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया जा रहा है जो पूरे हादसे की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद कलेक्टर और एडीएम का आश्वासन मिलने पर चक्काजाम खोलने पर रजामंदी हुई।
हमें जीते जी मत मारो
इधर नवभारत से चर्चा में अवैध निर्माण अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद छोटे दुकानदारों ने बताया कि दीवार गिरने की हादसे से तो दो लोग मर गए हैं। लेकिन यदि हमें यहां व्यापार व्यवसाय नहीं करने दिया गया और दुकान वापस नहीं लगने दी गई तो हमें जीते जी मार दिया जाएगा। हम हमारा परिवार का संचालन कैसे करेंगे, हमें कोई दूसरा स्थान फूल पत्ती कंठी माला की दुकान लगाने के लिए देना चाहिए। ऐसे में हमारे पास कोई दूसरा व्यवसाय भी नहीं है।
हादसे के दूसरे दिन भी जुटे अफसर
कुल मिलाकर शनिवार को हादसे के दूसरे दिन चक्का जाम हुआ, इधर अतिक्रमण भी हटाया गया। ऐसे में जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन हादसे के दूसरे दिन भी इस मामले में जुटा रहा। इधर प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा शनिवार को फिर दीवार गिरने वाली जगह पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। वहीं प्रभारी मंत्री ने महाकाल दर्शन कर सुख शांति की कामना की।
प्रभारी मंत्री बोले वसूली बंद करेंगे
नवभारत से प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि मुझे पता चला है कि महाकाल मंदिर क्षेत्र में कई लोगों ने अपने ओटले और दुकान रुपए लेकर छोटे-मोटे दुकानदारों को दे रखे हैं। पूरी तरह वसूली की जा रही है और कंठी माला से लेकर पुष्प भंडार की दुकान खुलवा दी गई है। इस पर हम शिकंजा कसेंगे और यह वसूली बंद करवाई जाएगी।