इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
कृषि भूमि बंटवारे के लिए मांगे थे 75 हजार
गौतमपुरा: इंदौर जिले के देपालपुर तहसील के फुलान गांव में आज एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी अनिल सिसोदिया को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब पटवारी ने एक किसान से उसकी और उसकी बहन की कृषि भूमि का बंटवारा सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए 75,000 रुपये की रिश्वत तय की थी और 10,000 रुपये की पहली किस्त स्वीकार की.यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया जब ग्राम फुलान के निवासी सुभाष चंद शर्मा ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत के अनुसार, उनकी और उनकी बहन तेजूबाई के नाम पर 2.505 हेक्टेयर कृषि भूमि है, जो सर्वे नंबर 249 और 437/1/1 के अंतर्गत आती है. आवेदक के अनुसार, उनकी बहन की सहमति से उनका नाम भूमि के रिकॉर्ड से हटाकर आवेदक के नाम पर भूमि का बंटवारा दर्ज करने के लिए पटवारी अनिल सिसोदिया ने 1,00,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. लंबी बातचीत के बाद, यह राशि घटाकर 75,000 रुपये तय की गई. आवेदक को पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये देना था.
लोकायुक्त की विस्तृत योजना
लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत की पुष्टि करते हुए जांच शुरू की। सत्यापन के बाद, पुलिस ने एक विस्तृत ट्रैप योजना तैयार की. आज जब आवेदक सुभाष चंद शर्मा पटवारी को 10,000 रुपये की पहली किस्त दे रहे थे, तभी लोकायुक्त की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. रिश्वत की रकम मौके पर ही बरामद कर ली गई और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया. इस सफल ऑपरेशन का नेतृत्व डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया ने किया, जिन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर पूरी योजना को अंजाम दिया. टीम में इंस्पेक्टर राजेश ओहरिया, राहुल गजभिए, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक विजय कुमार, चंद्र मोहन बिष्ट, आशीष नायडू, शेरसिंह ठाकुर, और कृष्ण अहिरवार शामिल थे. लोकायुक्त की इस टीम ने पूरी सूझबूझ और रणनीति के साथ इस मामले को अंजाम तक पहुंचाया.