शहर के बड़े नालो पर अतिक्रमण के साथ अवैध कब्जा, बाढ़ को आमंत्रण

बड़े नालो पर किये अतिक्रमण को नही हटा रहा ननि प्रशासन, 2016 की तरह बाढ़ के हालात, कई नालो का अस्तित्व समाप्त
नवभारत न्यूज
रीवा, 10 जून, शहर के अंदर ऐसे कई बड़े नाले है जो अतिक्रमण के चपेट में है और यही वजह है कि क्रतिम बाढ़ शहर में आती है. नालो पर किये गये अतिक्रमण को लेकर नगर निगम प्रशासन कोई कार्यवाही नही कर रहा है. केवल सफाई कराने की कोरमपूर्ति की जा रही है. बड़े नालो का स्वरूप बदल दिया गया है और कई जगह अतिक्रमण के चलते नाला छोटा हो गया है. 2016 की तरह बाढ़ फिर से आ सकती है.
गौरतलब है कि 2016 में भीषण बाढ़ आई थी, आधा शहर डूब गया था. उसके बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी तो बड़े नालो का अतिक्रमण हटाया गया. ग्रीन जोन और रेड़ जोन बनाया गया और रसूखदारो तक के अतिक्रमण तोड़ दिये गये पर इन 7 सालो में एक बार फिर नालो पर अतिक्रमण हो गया है. कई जगह नालो पर दीवाल खड़ा कर बहुमंजिला इरामत बना ली गई है. शहर से निकलने वाला मुख्य नाला अमहिया नाला आज भी अतिक्रमण के चपेट में है. इसी तरह स्वयंबर विवाह घर जानटावर के पास से निकलने वाला नाला अतिक्रमण की चपेट में है. धिरमा नाला एवं चंदुआ नाला भी अतिक्रमण की भेट चढ़ चुके है. इसी तरह पचमठा नाला का भी अस्तित्व समाप्त होने वाला है नाले का स्वरूप ही यहां बदल दिया गया है. अच्छी बारिश हुई तो एक बार फिर से शहर में बाढ़ जायेगी और बाढ़ का असल कारण नाला ही बनेगे. नगर निगम कमिश्नर ने नालो के सफाई के निर्देश तो दिये है लेकिन जिन नालो पर रसूखदारो ने अतिक्रमण कर रखा है उसे हटाने के लिये आखिरकार कोई कार्यवाही क्यो नही हो रही है. उम्मीद है कि इस बार अच्छी बारिश होगी, अगर ऐसा हुआ तो आधा शहर फिर डूब जायेगा. नाले के भूमि पर कब्ज कर भू-माफियाओं ने अवैध प्लाटिंग कर दी है. यहां तक की शहर से निकलने वाली बीहर-बिछिया नदी के ग्रीन जोन को भी नष्ट कर दिया गया है और बिल्डर एवं भू-माफियाओ ने अवैध कब्जा कर रखा है. जिला एवं नगर निगम प्रशासन अतिक्रमण को लेकर मौन है और जब बाढ़ जायेगी तो उसके बाद प्रशासन की नींद टूटेगी पर अभी सभी गहरी नींद में सो रहे है.
पानी निकासी न रूके इसके लिये काम कर रहे है: आयुक्त
नगर निगम आयुक्त संस्कृति जैन ने चर्चा के दौरान बताया कि बड़े नालो की सफाई युद्ध स्तर पर चल रही है. जहां पानी निकासी की दिक्कत है उसे दूर किया जा रहा है. रही बात नालो पर किये गये अतिक्रमण की तो उसे दिखवाया जायेगा. अगर नाले पर अतिक्रमण है तो उसके लिये भी निश्चित रूप से कार्यवाही की जायेगी. अभी पानी की निकासी बाधित न हो, इसके लिये हम काम कर रहे है.

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