कोलंबो, 21 सितंबर (वार्ता) श्रीलंका में शनिवार को हो रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिकांश जिलों में पहले तीन घंटों में लगभग 20 प्रतिशत मतदातान हुआ।
मतदान अधिकारियों के अनुसार, शुरूआती तीन घंटे में पोलोन्नारुवा जिले में सबसे अधिक 35 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि जाफना में सबसे कम 10 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। ‘डेली मिरर’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी कोलंबो में स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे तक 20 प्रतिशत वोट डाले गए।
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे इस देश के लोग अगले पांच वर्षों के लिए देश का प्रमुख चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं।
इस बार राष्ट्रपति चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित रिकॉर्ड 38 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। दो वर्ष से कुछ अधिक समय पहले आई आर्थिक संकट ने श्रीलंका में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी थी। तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को जुलाई 2022 में देश छोड़कर भागना पड़ा। देश को अभूतपूर्व भोजन और ईंधन की किल्लत का सामना करना पड़ा और अपने ऋणों को चुकाने में वह असफल रहा।श्री विक्रमसिंघे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
अन्य प्रबल दावेदार जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) नेता अनुरा कुमारा दिसानायके हैं, जो नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और सामगी जन बलवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा हैं। पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे भी चुनावी मैदान में हैं।
न्यूज पोर्टल ‘इकोनॉमीनेक्स्ट’ के अनुसार, देश की 2.2 करोड़ जनसंख्या में से 1.71 करोड़ मतदाता वोट देने के योग्य हैं और चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि अगर गिनती प्रक्रिया सही तरीके से होती है, तो परिणाम रविवार तक घोषित किये जाने की उम्मीद है।
देश की मतदान प्रणाली के अनुसार, मतदाता एक मतपत्र पर अपनी प्राथमिकता के आधार पर तीन उम्मीदवारों को वरीयता प्रदान करता है और जीतने के लिए प्रतियोगी को पहली वरीयता के 50 प्रतिशत वोट प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
अगर कोई भी प्रतियोगी 50 प्रतिशत वोटों के जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंचता है, तो अन्य प्रतियोगियों को बाहर करने के बाद शुरुआती दो शीर्ष उम्मीदवारों के बीच दूसरे दौर का मतदान होता है।