कंसोटिया अपर मुख्य सचिव व प्रांताध्यक्ष को म.प्र.उच्च न्यायालय जबलपुर से भी राहत नही वही रजिस्ट्रार फर्म एवं संस्थाएं ने भी खारिज की अपील
ग्वालियर। म.प्र.अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) के प्रांतीय महासचिव बसंत खरे ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि विगत 1 वर्ष से अजाक्स के संबेधानिक अधिकारों को लेकर
जारी लड़ाई अंततः उच्च न्यायालय जबलपुर के आदेश के क्रम में अपीलीय अधिकारी आलोक नागर रजिस्ट्रार फर्म एवं संस्थाए विन्धांचल भवन भोपाल के समक्ष हुई सुनवाई में जे.एन.कांसोटिया (पूर्व प्रांताध्यक्ष) एवं अपर मुख्य सचिव म.प्र.शासन की ओर से गौतम पाटिल पूर्व प्रांतीय महासचिव अजाक्स उपस्थित हुए।
दोनों गुट के दस्तावेज, तथ्य दलील सुनने के पश्चात रजिस्ट्रार फर्म एवं संस्थाओं द्वारा 13 सितंबर को पृष्ठ, आदेश क्रमांक अ 26 /2024 /256/24 भोपाल दिनांक 13 /09/2024 जारी करते हुवे जे.एन. कांसोटिया गुट की दलील, अपील को खारिज करते हुए अपना फैसला सुनाते हुए चौ.मुकेश मौर्य (प्रांताध्यक्ष) एवं उनकी कार्यकारणी को मान्य करते हुवे विधि एवं संवैधानिक रूप से आदेश जारी कर दिये है। मौर्य के समर्थकों ने कहा कि उक्त आदेश के तहत शीघ्र ही अजाक्स का विधिवत चार्ज ग्रहण कर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों की वर्षों से लंबित समस्याओं का निदान कराते हुए संगठन के कार्यों को गति प्रदान की जावेगी।
आदेश प्राप्त होते ही चौ.मुकेश मौर्य (प्रांताध्यक्ष) अजाक्स को संपूर्ण मध्यप्रदेश से बधाइ मिल रही है। बधाई देने वालों में रामकिशोर दाहिया (कटनी), श्यामलाल डोहेरिया (इंदौर), राजवीर अग्निहोत्री (मुरैना), प्रो.पदम नारायण बौद्ध(निवाड़ी),डॉ.अनिल अर्गल (भोपाल),प्रेम सिंह अहिरवार (विदिशा),डॉ.जी.दास (दतिया),दलवीर सिंह (राजगढ़), डॉ.विजय अरख (सतना),छत्रसाल मर्सकोले (बैतूल),जे.के.मालवीय (उज्जैन) प्रमुख हैं।