स्वच्छता सेवा संस्कार के अभियान में जुटा है प्रशासन, अपने दफ्तर परिसरों का नही करा पा रहा है साफ-सफाई
सिंगरौली : जिले भर में कल 17 सितम्बर से स्वच्छता सेवा संस्कार अभियान से शुरू होने वाला है। जहां प्रशासन तैयारियों में लगा है। लेकिन अधिकारी अपने ही दफ्तरों के इर्दगिर्द व परिसर की साफ-सफाई कराने में अब तक रूचि नही लिया है। तो जिले भर में उक्त अभियान को सफल बनाने में कितना अहम भूमिका निभाएंगे इसी से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।जिला पंचायत के प्रवेश द्वार बाउंड्री के इर्दगिर्द झाड़ियों का जहां अम्बार लगा है वही नालिया भी कचरे में पटी हुई हैं।
जबकि इसी प्रवेश द्वारा से जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सीईओ समेत अन्य अधिकारियों का दफ्तर आना-जाना लगा रहता है। फिर भी बाउंड्री के प्रवेश के कचरे व झाड़ियों पर नजर नही पड़ती। उधर कलेक्ट्रोरेट परिसर के उप पंजीयक दफ्तर के प्रवेश द्वार के ठीक बाहर एक कदम दूरी पर यहां दफ्तर में आने-जाने वाले लोग थूकदान बना दिया है। उक्त स्थान को देखकर हर कोई विभाग के अधिकारियों को कोसने में कोई कोर कसर नही छोड़ती।
वही साफ-सफाई भी नही कराई जाती। जिसके चलते बिसलरी सहित कार्टून सहित अन्य कचरे पड़े हुये हैं। बताया जाता है कि उक्त दफ्तर के अधिकारी साफ-सफाई के प्रति गंभीर नही हैं। केवल दफ्तर पहुंच सरकारी कामकाज को निपटा कर वाहवाही लूटने के प्रयास में रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को प्रदेश सरकार के कई नुमाइंदे ही विशेष रूचि नही ले रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण जिला पंचायत एवं उप पंजीयक दफ्तर के प्रवेश द्वारा के इर्दगिर्द लगे कचरे का ढेर हैं। अब देखना है कि कलेक्टर इस पर संज्ञान लेंगे।