वाशिंगटन, 14 सितंबर (वार्ता) अमेरिकी एयरलाइन बोइंग कंपनी के 30 हजार से अधिक कर्मचारी वेतन बढ़ोत्तरी संबंधी और अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये।
इस वर्ष बोइंग कंपनी को आठ अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। कंपनी पहले से ही 60 अरब डॉलर के कर्ज और कई सुरक्षा मुद्दों से जूझ रही है। अब कर्मचारियों के जाने पर शेयर में भी भारी गिरावट देखी गयी। बोइंग का स्टॉक उस दिन करीब चार प्रतिशत और वर्ष पर 40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 157 डॉलर प्रति शेयर से कम पर बंद हुआ जबकि शुक्रवार को, यह गिरकर 155.60 डॉलर पर पहुंच गया था। नवंबर 2022 के 141.54 डॉलर के बाद से यह सबसे निचला स्तर है।
फिच रेटिंग्स ने श्रमिकों लंबी हड़ताल पर जाने को लेकर कंपनी की क्रेडिट स्थिति में संभावित गिरावट की चेतावनी दी।
बोइंग के सीएफओ ( चीफ फ़ाइनेंशियल ऑफ़िसर) ब्रायन वेस्ट ने स्वीकार किया कि लंबे समय तक हड़ताल से कंपनी की रिकवरी खतरे में पड़ सकती है। उत्पादन और डिलीवरी प्रभावित हो सकती है।
इससे पहले, इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ मशीनिस्ट्स एंड एयरोस्पेस वर्कर्स (आईएएम) यूनियन से जुड़े बोइंग के 95 प्रतिशत कर्मचारियों ने हड़ताल करने और 40 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग करने के लिए मतदान किया था, जिसका प्रबंधन ने विरोध किया है।
बिडेन प्रशासन ने कहा कि वह दोनों पक्षों को एक समझौते पर पहुंचने में मदद करने की कोशिश कर रहा है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता कैरीन जीन-पियरे ने कहा, “प्रशासन के अधिकारी बोइंग और उसके चालकों के संपर्क में हैं। हम उन्हें पूरे विश्वास के साथ बातचीत करने और एक समझौते की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं जिससे कर्मचारियों को वह लाभ मिल सके जिसके वे हकदार हैं। “