महू के सैन्य अधिकारियों के साथ जिस तरह की घटना हाल ही में घटित हुई है उसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है. यह केवल कानून और व्यवस्था से जुड़ा अपराध का मामला नहीं है बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है. सैन्य अधिकारियों के साथ बैठी युवतियों से दुष्कर्म किए जाने की भी आशंका है. हालांकि पुलिस ने दुष्कर्म की वारदात की पुष्टि नहीं की है. जाहिर है महू के समीप जो कुछ हुआ वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर मामला है. इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संज्ञान लिया है और पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. पुलिस ने भी तत्परता दिखाई है और तीन आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार भी कर लिया है. इस पूरे मामले के तह तक जाना जरूरी है. महू के समीप जिस जाम गेट के पास यह हादसा हुआ वो मालवा अंचल का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है. वर्षा काल में यहां पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ जाती है.महू के आस-पास और चोरल के जंगलों में भी अनेक प्राकृतिक रूप से सुंदरता बिखेरने वाले पर्यटक स्थल हैं जहां भी सुरक्षा की जरूरत है. पिछले दो-तीन वर्षों में इस तरह के पर्यटक स्थलों पर अपराध की अनेक घटनाएं हुई हैं. सिमरोल के नजदीक कजलीगढ़ में 2 वर्ष पूर्व 45 दुष्कर्म की वारदातें होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ था. तब पुलिस ने कहा था कि पर्यटक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी लेकिन हाल की सैन्य अधिकारियों के साथ हुई घटना बताती है कि पुलिस का दावा खोखला था. महू में दरअसल, दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों (कैप्टन) को बंधक बनाकर मारपीट की गई, उनका नकदी व कीमती सामान लूटा गया और उनके साथ आई युवतियों के साथ गैंगरेप किया गया ? उत्तर प्रदेश के निवासी दो सैन्य अधिकारी (कैप्टन) महू आर्मी कॉलेज में प्रशिक्षण ले रहे है.मंगलवार रात दोनों कैब में दो महिला मित्रों के साथ जाम गेट घूमने गए. यहां फायरिंग रेंज में कार पार्क कर आपस में बातें करने लगे। तभी अचानक पिस्तौल, चाकू और डंडे लेकर आठ बदमाशों ने उन्?हें घेर लिया.बदमाशों ने सैन्य अधिकारियों (कैप्टन) और युवतियों से मारपीट की. नकदी, पर्स व अन्य कीमती सामान लूट लिए। फिर एक अफसर और एक युवती को बंधक बना लिया. दूसरे अफसर और युवती से कहा- जाओ रुपये लेकर आओ.जब तक 10 लाख रुपये नहीं लाओगे, तब तक उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा.
साथी जवान को आने में देरी हुई तो युवती से गैंगरेप की वारदात की भी चर्चा है.बहरहाल,यह वारदात इसलिए गंभीर है क्योंकि यह केवल अपराध का मामला नहीं बल्कि सुरक्षा से जुड़ा मामला है.महू सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि संपूर्ण एशिया की महत्वपूर्ण सैन्य छावनी है. यहां एमसीटीई, आर्मी वॉर कॉलेज और इन्फैंट्री स्कूल जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के सैन्य प्रशिक्षण संस्थान हैं. यहां की सुरक्षा की विशेष चिंता की जानी चाहिए. जाहिर है यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आया जो कि बिलकुल स्वाभाविक भी है. पुलिस की कार्रवाई अभी तक तो संतोषजनक है लेकिन सिर्फ अपराधियों को पकडऩा ही काफी नहीं हैं. उन्हें कठोर दंड मिलना चाहिए यह भी सुनिश्चित होना जरूरी है. इसके अलावा भविष्य में इस तरह की वारदात ना हो इसकी भी चिंता इंदौर जिले के प्रशासन और पुलिस ने करना चाहिए. महू इंदौर जिले में ही आता है. इसके अलावा भी इंदौर जिला प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र है. इसलिए भी यहां की कानून और व्यवस्था चाक-चौबंद हो इसकी चिंता की जानी चाहिए.