ग्वालियर, 12 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 12 सिंतबर से पांच दिवसीय नाटय समागम आयोजित किया जायेगा।
मध्यप्रदेश-केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय के तहत एक अग्रणी संस्थान, भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान ( आईआईटीटीएम), पर्यटन शिक्षा में इसकी उत्कृष्टता और इसके फ्लैगशिप सांस्कृतिक त्योहार, दिशा के लिए प्रसिद्ध, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) रेपर्टरी कंपनी कल 12 से 16 सितंबर तक पहली बार नाटय समारोह का आयोजन किया जायेगा। यह आयोजन रंग मंडल के साठ वर्ष पूर्ण होने पर हीरक जयंती रंग षष्ठि के रूप में होगा।
आईआईटीटीएम के निदेशक डा आलोक शर्मा एवं रंग मंडल के एक निर्देशक राजेश सिंह ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि पहली बार 12 से 16 सितंबर तक आईआईटीटीएम ऑडिटोरियम, ग्वालियर में नाटय समारोह का आयोजन किया जायेगा। जिसमें प्रदर्शन, मास्टरक्लास और कार्यशालाएं शामिल होंगी जो भारतीय रंगमंच की विविधता और समृद्धि का जश्न मनाती हैं। उन्होने बताया कि इस अवसर पर कार्यक्रम में शाम सात बजे से लगभग 20 वर्षो से खेला जा रहा नाटय ताज महल का टेंडर, अंधा युग, बांयेन, माई रे मैं का से कहूँ और राजेश सिंह द्वारा निर्देशित बाबूजी जैसे प्रतिष्ठित भारतीय नाटकों का प्रदर्शन होगा, साथ ही अभिनय, मंच डिजाइन, संगीत, प्रकाश और उत्पादन प्रबंधन पर सेमिनार, कार्यशालाएं और मास्टरक्लास भी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि नाटय का शुभारंभ राजा मानसिंह कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के कुलगुरू साहित्य कुमार नाहर
करेंगे। इस आयोजन में स्थानीय रंगमंच कलाकार और शिक्षार्थी भी भाग लेंगे, जिससे सभी उपस्थित लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित होगा।
उन्होंने बताया कि पांचों दिन सुबह से सेमीनार मास्टर क्लास होंगी तथा 16 सितंबर को भारतीय ज्ञान परंपरा पाठन पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के सचिव डा सच्चिदानंद जोशी भी विचार रखेंगे। उन्होंने बताया कि रंग मंडल की स्थापना 1964 में की गई थी। तभी से रंग मंडल नाटक पर सेमीनार लोगों को जागरूक करने के साथ ही नाटक को बचाए रखने के पूरे प्रयास कर रहा है। उन्हाेंने बताया कि 12 सितंबर से शुरू हो रहे इस उत्सव में लगभग 45 कलाकार भाग लेंगे। अब ग्वालियर में कार्यक्रम करने के बाद बिहार, नेपाल, भूटान श्रीलंका सहित अन्य भारत के राज्यों में बडे एवं छोटे स्थानों पर नाटक का मंचन करेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके लिए इंडियन आयल कारपोरेशन ने उन्हें एक बस मुहैया कराई है इसमें बैठकर वह देश एवं विदेश में जाकर नाटक का मंचन सेमीपार एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
डा शर्मा ने बताया कि एनएसडी से कई मूर्धन्य कलाकार निकले हैं। इसमें बालीवुड के कई नाम भी है। उन्होंने कहा कि यह युवाओं को प्रेरित करने के लिए है। युवाओं को भी आगे बढकर नाटकों के प्रति आकर्षण बढाना चाहिये। उन्होंने कहा कि एनएसडी में कई नामचीन सितारे रहे है। उन्होंने कहा कि आजकल की चकाचौध की दुनियां में लोग अपने बच्चों को नाटक की तरफ प्रेरित नहीं करते हैं। ऐसे पालकों की संख्या एक प्रतिशत भी नहीं है जो अपने बच्चों को नाटक या अन्य कला की ओर प्रेरित करें।