भोपाल, 11 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी की शिकायत के आधार पर कुछ अधिकारियों समेत 13 आरोपियों के खिलाफ दावे के निराकरण के दौरान धोखाधड़ी की घटनाओं के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज वैधानिक कार्रवाई प्रारंभ की है। इस सिलसिले में आज ही सीबीआई ने इंदौर, जबलपुर और सतना जिलों में संबंधितों के खिलाफ छापे की कार्रवाई की।
सीबीआई की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक की शिकायत के आधार पर सतना मंडल कार्यालय में पदस्थ सीनियर डिवीजनल मैनेजर और विकास अधिकारी के अलावा 11 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस धोखाधड़ी के चलते कंपनी को लगभग चार करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है।
शिकायत के अनुसार लगभग दो वर्ष पहले तेंदूपत्ता व्यापार से जुड़ीं सात फर्मों ने तेंदूपत्ता भंडारण का बीमा कराया था। इसके बाद संबंधित गोदाम में आग लगने की घटनाओं के कारण हुए नुकसान का प्रकरण बनाकर विभिन्न दावों के जरिए कंपनी के सतना कार्यालय के माध्यम से ही दावाराशि हासिल कर ली गयी। सीबीआई ने इस मामले में शिकायत दर्ज करने के बाद आज कंपनी के अधिकारियों और अन्य के इंदौर, सतना और जबलपुर में स्थित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की। छापे के दौरान अनेक दस्तावेज मिले हैं, जिन्हें सीबीआई ने अपने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
कंपनी के सतना में पदस्थ विकास अधिकारी विजय कुमार मोंगिया, सीनियर डिवीजनल मैनेजर आर सी परतेरी, एजेंट श्रीचंद अग्रवाल, सर्वेयर एवं लॉस एसेसर इंदौर के सुनील गर्ग, सतना के ब्रजेश कुमार यादव के अलावा सतना के ही चंद्रबाली दाहिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। इसके अलावा सुनील कुमार पांडेय, अनिल कुमार पांडेय, सजन वर्मा, प्रशांत पांडे, दीपक कुमार पांडे, रामानंद द्विवेदी, फक्कड़ चार्मकर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर प्रकरण जांच में लिया गया है।