थाने में सरेंडर कर बोला महिला सब इंस्पेक्टर समेत पांच की हत्या करने की थी प्लानिंग
मिलेनियम कॉलोनी हत्याकांड: सात दिन की पुलिस रिमांड में कातिल प्रेमी जोड़ा
जबलपुर। रेलवे की सिविल लाइंस की मिलेनियम कॉलोनी में हुए दोहरे हत्याकांड का प्रेमी जोड़ा अब पुलिस गिरफ्त में है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करने के बाद शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया जिसके बाद दोनों को सात की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मुख्य आरोपित मुकुल कुमार सिंह पिता राजपाल सिंह 21 वर्ष ने थाने पहुंचकर सरेंडर किया था। जबकि दो दिन पहले ही मुकुल के साथ भागी नाबालिग को पुलिस ने हरिद्वार से पकड़ा था। उस वक्त मुकुल पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। अंधी हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप ने पत्रकारवार्ता में हत्याकांड से जुड़ी पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मास्टर माइंड मुकुल सिंह ने पूछताछ में बड़े खुलासे भी किए हैं। रेप के मामले में पहली बार जेल जाने के बाद बदले कि भावना के चलते उसने पांच लोगों की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उसने सीने पर 5 शैतान की मुंडी वाला टैटू भी बनवाया था, उसने एक महिला सब इंस्पेक्टर समेत पांच लोगों की हत्या करने की प्लानिंग की थी।
क्या है मामला
विदित हो कि मिलेनियम कॉलोनी में रहने वाले जबलपुर रेल मंडल के हेड क्लर्क राजकुमार विश्वकर्मा (52) और उनके बेटे तनिष्क (9) की 14 और 15 मार्च की दरमियानी रात हत्या कर दी गई थी। दोहरी हत्या के बाद उनकी नाबालिग बेटी और कॉलोनी के ही रेलवे अधिकारी का बेटा मुकुल फरार हो गया था।
जेल से छूटते ही इन पांच की हत्या की थी प्लानिंग
विदित हो कि मृतक राजकुमार की बेटी से रेप के मामले में मुकुल को अक्टूबर 2023 में जेल जाना पड़ा था। जेल से छूटने के बाद मुकुल ने मृतक राजकुमार की हत्या की प्लानिंग थी। रेप के मामले में प्रेमिका ने शिकायत की थी, इसलिए आरोपी उसे भी मारना चाहता था। मृतक की महिला रिश्तेदार ने चैट करने से रोका था। इसलिए वह उसकी भी हत्या करना चाहता था। पड़ोसी ने मुकुल की हरकत पर उसे टोका था। इसलिए वह पड़ोसी की भी हत्या करना चाहता था, आरोपी ने रेप के मामले में जांच कर रही महिला एसआई की भी हत्या की प्लानिंग की थी।
यहां काटी फरारी
दोनों घटना के बाद से मृतक के अकाउंट से करीब एक लाख रूपये ऑनलाईन प्राप्त कर जबलपुर से लगातार कटनी, इंदौर, बेंगलौर, पुणे, बाम्बे, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, शिलांग (मेघालय), झांसी, आगरा, चण्डीगढ, अमृतसर, हरिद्वार आदि देश के कई स्थानों पर फरारी काटी। नेपाल जाने का प्रयास भी किया गया था परंतु दस्तावेज न होने से विफल रहे।
गुरूद्वारों, मंदिरों में डाल लिया था डेरा
आरोपित प्रेमी जोड़े के द्वारा ज्यादातर समय रेल्वे स्टेशन प्लेटफार्म, बस स्टैण्ड में व बस ट्रेन में यात्रा करके गुजारा गया रूपये खत्म हो जाने पर दोनो गुरूद्वारो के लंगर व मंदिरो के भण्डारो में भोजन करके अपना गुजारा कर रहे थे।
देभरभर में चर्चित हुआ हत्याकांड
दोहरा हत्याकांड पूरे देश भर में काफी चर्चित हुआ। 28 मई को हरिद्वार पुलिस द्वारा नाबालिग प्रेमिका को पकड़ा गया था जबकि मुकुल चकमा देकर भाग निकला था। जिसके बाद जबलपुर से तत्काल पुलिस टीम द्वारा हरिद्वार पहुँचकर नाबालिग लडकी को दस्तयाब किया जाकर जबलपुर लाया गया।
समझौता, शादी का प्रस्ताव ठुकराया तो की हत्या
नगर पुलिस अधीक्षक ओमती पंकज मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में नाबालिग लडकी द्वारा पूर्व में मुकुल के खिलाफ की गयी रिपोर्ट में पिता द्वारा समझौता से मना करने, एवं मुकुल के शादी के प्रस्ताव को ठुकराने व मुकुल को जेल भिजवाने की वजह से मुकुल द्वारा पिता राजकुमार की हत्या करना एवं घटना समय 8 वर्षीय भाई के शोर करने के कारण उसे भी मौत के घाट उतार देना बताया गया है।