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बागली। कभी प्रदेश का बेहतर मूंगफली उत्पाद रहा मालवा एंव निमाड़ क्षेत्र स्वयं अब मूंगफली को तरस रहा है। मूंगफली का रकबा घटते घटते 0.5% से भी कम हो गया है। वर्तमान में नई मूंगफली आना शुरू हो गई है। लेकिन भाव₹70 किलो से ₹80 किलो तक खेरची में बिक रही है। बागली मुख्यालय सहित पुंजापुरा उदय नगर क्षेत्र के किसान बताते हैं। कि उनके अधिकतर खेत पहले लाल मिट्टी एवं मुरम युक्त होने थे। इस कारण अन्य फसलों के लिए उपजाऊ नहीं होने के कारण पहले इन खेतों में मूंगफली बेहतर रूप से होती थी। लेकिन नई-नई पद्धति आने के चलते खेतों का सुधार दिया गया है। अब मालवा और निमाड़ क्षेत्र के किसान भी मूंगफली फसल नहीं लग रहे हैं। किसान बताते हैं। पहले मुमफली फसल का उत्पादन अधिक एवं आर्थिक लाभ कम होता है। लेकिन विगत 5 वर्ष से इस फसल में भी अच्छा भाव मिलने लगा है। लेकिन अब क्षेत्र के किसान मुमफली फसल में रुचि नहीं ले रहे हैं। बागली नगर से जुड़े तेल की घानी संचालक परिवार के जगदीश राठौर ने बताया कि उनके यहां तेल निकालने की बेल वाली घानी लगी हुई थी। और बागली क्षेत्र में एक दर्जन स्थान पर इस प्रकार से तेल निकालने का काम होता था। उस वक्त मूंगफली का तेल निकलवाने वाले किसने की भीड़ लगी रहती थी। विगत 30 वर्ष से यह नजारा धीरे-धीरे खत्म हो गया है। वर्तमान में जो किसान मूंगफली उत्पादन करते थे वह खुद बाजार से खरीद कर खा रहे हैं।