नयी दिल्ली 10 सितंबर (वार्ता) ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के संगठन- ब्रिक्स ने श्रमिकों के लिए आजीवन सीखने की व्यवस्था करने, व्यवसायिक मार्गदर्शन, व्यावसायिक शिक्षा, सेवाओं के आधुनिकीकरण, कार्यस्थल पर सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा पर जोर दिया है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि रूस के सोची में ब्रिक्स देशों की मंत्रिस्तरीय बैठक हुई जिसमें भारत का नेतृत्व केंद्रीय श्रम और रोजगार सचिव सुमिता डावरा ने किया। दो दिन की बैठक का समापन आज हुआ। बैठक में एक घोषणा पत्र स्वीकार किया गया जिसमें कहा गया कि श्रमिकों के लिए आजीवन सीखने की व्यवस्था विकसित की जानी चाहिए। इसके अलावा व्यावसायिक मार्गदर्शन, सतत व्यावसायिक शिक्षा के लिए व्यापक रणनीतियां बनाई जानी चाहिए और रोजगार सेवाओं का आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए।
घोषणा पत्र में कहा गया है कि सुरक्षित कार्य स्थितियां सुनिश्चित होनी चाहिए तथा श्रमिकों का कल्याण और मजबूत सामाजिक तंत्र विकसित करना आवश्यक है। यह बैठक रुस की अध्यक्षता में आयोजित की गयी।
बैठक में सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों के अलावा
नए सदस्यों मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।