महाकाल पर जल चढ़ाने की होती है डील, बनाएंगे कड़े नियम नहीं देंगे ढील

अनाधिकृत पुजारी और प्रतिनिधियों का प्रवेश गर्भ गृह में होगा बंद
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए जाएंगे ठोस निर्णय
महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ से खास बातचीत

उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में यूं तो सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति से लेकर कलेक्टर द्वारा सैकड़ो नियम तय किए गए हैं. बावजूद इसके मंदिर में दिन भर नियमों को ताक पर रखकर दर्शन पूजन और गर्भगृह में प्रवेश करने का सिलसिला निर्बाध तौर पर जारी है.आम श्रद्धालु बाबा महाकाल को जल तक नहीं चढ़ा पा रहे हैं, न ही गर्भ गृह में प्रवेश कर पा रहे हैं,दूसरी तरफ पंडों व पुजारियों के अनाधिकृत प्रतिनिधि अपने यजमानों से डील करके न सिर्फ जल चढ़ा रहे हैं बल्कि ईमानदारी से अपना धर्म कार्य कर रहे पंडितजनों से विवाद भी कर रहे हैं.

नवभारत ने इस संबंध में जब महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि अभी तक सावन और भादो की सवारी की श्रृंखला चल रही थी, साथ ही राजसी सवारी के लिए भी प्रबंध किए गए थे, लाखों श्रद्धालु लगातार महाकाल मंदिर में आ रहे हैं, उधर दर्शन पूजन व प्रवेश को लेकर बनाये गए जो नियम टूट रहे हैं और जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उन सब को लेकर ठोस रणनीति बनाई जाएगी. इसको लेकर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मंदिर कार्यालय में चस्पा सूची के अनुसार 14 पुजारियों ने 28 और 19 पुरोहितों ने 41 प्रतिनिधि नियुक्त कर रखे हैं. ये पिता, भाई, चाचा, भतीजा व अन्य रिश्तेदार हैं. सूची चस्पा के दौरान प्रशासक एसएस रावत ने निर्देश दिए थे कि इनके अलावा कोई भी अनाधिकृत पुजारी मंदिर व परिसर में नहीं रहेगा. गैर अधिकृत व्यक्ति के मंदिर की गतिविधियों में पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 20 दिन में ही उनके सारे दावे हवा हो गए. कड़े निर्णय लिए जाएंगे.

16 पुजारी 22 पुरोहित बाकी कौन?
सफेद बनियान, केसरिया, पीली, लाल धोती पहनकर अपना स्वरूप पुजारी पुरोहित की तरह बनाकर जो लोग यजमानों से डील करके जल अनाधिकृत तौर पर चढ़ा रहे हैं. वह कौन है इसका जवाब महाकाल मंदिर के किसी भी जिम्मेदार के पास नहीं है. महाकाल मंदिर प्रबंध समिति का कहना है कि पुजारी-पुरोहितों की सूची अपडेट की जा चुकी है, नियमों के तहत 16 पुजारी और 22 पुरोहित है, तो सवाल खड़े हो रहे हैं कि जो दिन भर नन्दी हाल से लेकर गृह में बार-बार जल चढ़ा रहे हैं चहल कदमी कर रहे हैं यह कौन है?

रिश्तेदारों को बनाया सेवक
पता चला कि कईयो ने अपने-अपने प्रतिनिधि अवैध तौर पर नियुक्त कर दिए है। इसमें भाई, बेटा, चाचा, भतीजा,भांजा व अन्य रिश्तेदार तक शामिल हैं. जो स्वयं प्रतिनिधि भी नहीं है उन्होंने भी अपने सहयोगी, सेवक , शिष्य महाकाल मंदिर में नियुक्त कर दिए हैं और यह दिन भर नंदी हाल से लेकर गर्भ गृह में मंडराते हैं ,बार-बार जल चढ़ाते हैं और जो श्रद्धालु बाहर से दर्शन करते हैं उनके लिए भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं.

इनका कहना है…
बाबा महाकाल के मंदिर में सभी नियम बने हुए हैं ,पता चला है कि उन नियमों का पालन करने में कोताही बरती जा रही है. ऐसे सभी लोग जो नियम तोड़ रहे हैं उनकी जांच की जाएगी. सीसीटीवी फुटेज भी देखे जाएंगे ,और जल्द ही एक बैठक महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा ली जा रही है, जिसमें और कड़े नियम बनाए जाएंगे और यदि कोई उसका पालन नहीं करता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
– गणेश धाकड़, प्रशासक-महाकाल

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