भोपाल, 31 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में रहने वाले विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय के लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिया जाएगा। प्राचीन काल से घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों ने साहस और शौर्य के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए हैं।
डॉ. यादव शनिवार को रवीन्द्र भवन, भोपाल में विमुक्ति दिवस के राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जातियों के युवाओं और अन्य प्रतिभाओं को शिक्षा के साथ अच्छे भविष्य और कॅरियर निर्माण के लिए राज्य सरकार पूर्ण सहयोग करेगी। उन्होंने घुमन्तु, अर्धघुमन्तु कल्याण विभाग की प्रदर्शनी भी देखी और विभाग के पोर्टल ‘समर्थ’ का लोकार्पण किया।
डॉ. यादव ने कहा कि इन जातियों को एक स्थान का निवासी घोषित करने के उद्देश्य से एक स्थान मान्य करते हुए मूल मुकाम को दर्ज किया जाएगा। इसके अनुसार आवश्यक अभिलेख तैयार करने में मदद मिलेगी। इससे घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय की वे जातियां जो वर्तमान में कल्याण योजनाओं के लाभों से छूटी हुई हैं, उन्हें भी योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा। भाट, चारण, बेलदार, पारधी, कुचबंदिया आदि जातियों को भी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। कबूतरी, कालबेलिया, सिकलीगर, बांछड़ा आदि जातियों के लिए विशेष योजना बनेगी। गड़रिया, लोहार जाति एवं अन्य जातियों के लिए आवश्यकतानुसार आवास व्यवस्था की जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देते हुए इन जातियों के नागरिकों को बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी। युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण का भी लाभ दिया जाएगा। अग्निवीर और अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने पर ध्यान दिया जाएगा। इन जातियों के युवाओं के लिए खेल क्षेत्र में भी आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभाग स्तर पर इन जातियों की लोक-संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए प्रयास किए जाएंगे एवं शहरों में बनने वाले गीता भवनों से भी समाज की जातियों को जोड़ा जाएगा। इन जातियों के लिए मांगलिक भवन भी निर्मित किए जाएंगे एवं उनके विकास के लिए निरंतर संवाद का सिलसिला चलेगा। उन्होंने आवश्यक सामाजिक रीतियों में समय अनुकूल सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समुदाय के कुछ लोगों के अपराध से संलग्न होने पर सम्पूर्ण समुदाय अपराधी नहीं माना जा सकता। बदलते दौर में सजा अपराधी को देने, न कि समाज को देने का भाव भी विकसित हुआ है।
डॉ. यादव ने प्रभावी प्रस्तुति के लिये कलाकार रीना पवार को 21 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। उन्होंने विमुक्ति दिवस के पूरे प्रदेश में आयोजन के लिए विभाग एवं आयोजक संस्थाओं को बधाई दी।
विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प-संख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि आज विमुक्ति दिवस पर घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों के कल्याण संबंधी योजनाओं की जानकारियां विशेष प्रदर्शनी के माध्यम से दी गई हैं। इन जातियों को अंग्रेजों द्वारा अपराधी घोषित किया गया था। स्वतंत्रता के पश्चात इन जातियों को उस कलंक से मुक्ति मिली और अब इन जातियों के लोग विकास का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इन जातियों के कल्याण का संकल्प लिया है। प्रदेश में इन जातियों के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, छात्रवृत्ति एवं विद्यार्थियों को आवास का किराया देने की व्यवस्था की गई है। छात्रवृत्ति राशि भी बढ़ाई गई है। शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन जातियों के निवासियों, मजरों-टोलों के विकास और बस्तियों के विकास के लिए राज्य सरकार कृत-संकल्पित है।