नयी दिल्ली, (वार्ता) भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने अकादमिक शोध को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण की आवश्यकताओं के साथ जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश भर के 92 उच्च शैक्षणिक संस्थानों के साथ मजबूत साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह जानकारी उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में दी गयी है।
विज्ञप्ति के अनुसार बीएसई ने राष्ट्रीय मानकीकरण प्रक्रिया में शिक्षाविदों को एक महत्वपूर्ण और निष्पक्ष हितधारक के रूप में मान्यता प्रदान की है।
बीआईएस का मानना है कि ये समझौता ज्ञापन शैक्षणिक संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानकों के निर्माण हेतु बीआईएस तकनीकी समितियों में सक्रिय रूप से भाग लेने, बीआईएस द्वारा प्रस्तावित अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का संचालन करने और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण प्रयासों में योगदान देने का मार्ग तैयार करेंगे।
बीआईएस ने अकादमिक शोध को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण की आवश्यकताओं के साथ जोड़ने को लेकर उदयपुर (राजस्थान) और धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) में दो सम्मेलन आयोजित किए जिसमें देश भर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षिक्षा और अनुसंधान में लगे चुनिंदा संस्थानों के विद्वानों को आमंत्रित किया गया था। इनमें सिविल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग और रसायन विज्ञान क्षेत्र में मानकीकरण के तकनीकी पहलुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी का आदान प्रदान किया गया। बीएसएस के ये प्रयास भारत में उत्पादों के गुणवत्ता मानकों को विश्व में अग्रणी स्तर पर रखना है।