झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 अगस्त को मन की बात में झाबुआ के वेस्ट से बेस्ट अभियान के तहत बने गार्डन का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री मोदी ने झाबुआ के सफाईकर्मियों को लेकर ऐसा क्या कह दिया जो पूरे देश में जनचर्चा का विषय बन गया। जिससे मन की बात में झाबुआ का जिक्र आने से जिले भर का हर व्यक्ति गौरवांवित हों उठा। जिसके बाद कलेक्टर व सीएमओ व उनकी स्वच्छता की टीम सुपर 8 को बधाई दी।
सफाईकर्मी भाई-बहनों ने कर दिया कमाल
आज मन की बात कार्यक्रम के 113वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा झाबुआ जिले के वेस्ट से बेस्ट अभियान के तहत बने गार्डन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा की मध्य-प्रदेश के झाबुआ में कुछ ऐसा शानदार हो रहा है, जिसे आपको जरूर जानना चाहिए। वहां पर हमारे सफाईकर्मी भाई-बहनों ने कमाल कर दिया है। इन भाई-बहनों ने हमें जम जव मंसजी का संदेश सच्चाई में बदलकर दिखाया है। इस टीम ने झाबुआ के एक पार्क में कचरे से अद्भुत आर्ट वर्क्स तैयार किया है।
वेस्ट मटेरियल से बनाई विभिन्न कलाकृतियां
जैसा कि विदित है स्वच्छ भारत मिशन अभियान 2024 के वेस्ट से बेस्ट अभियान अंतर्गत कलेक्टर नेहा मीना के मार्गदर्शन एवं नपा अध्यक्ष कविता सिंगार के निर्देशानुसार नगरपालिका झाबुआ के डा. भीमराव अंबेडकर पार्क में (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) पार्क बनाया गया जिसमें शहर में उपयोग उपरांत फैके गये वेस्ट मटेरियल से विभिन्न कलाकृतिया बनाई गई।
समस्त टीम को बधाई और शुभकामनाए
कलेक्टर नेहा मीना द्वारा (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) की तर्ज पर बने गार्डन के लिए नगरपालिका द्वारा कचरा प्रबंधन में किए गए प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयासों जन जागरूकता की दिशा में सराहनीय कदम हैं, वेस्ट मैनेजमेंट आज के समय की जरूरत है और इसे रचनात्मकता के साथ करना प्रशंसनीय हैं। साथ ही इस उपलब्धि के लिए नगरपालिका परिषद झाबुआ की समस्त टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।
झाबुआ की स्वच्छता की टीम सुपर-8
गार्डन की समस्त कलाकृति एवं संपूर्ण कार्य बिना किसी बाहरी व्यक्ति के सहयोग के नपा झाबुआ में कार्यरत सफाई मित्रो द्वारा ही अपनी मेहनत से तैयार की गई, जिसे कलेक्टर नेहा मीना द्वारा झाबुआ की स्वच्छता की टीम सुपर 8 नाम दिया हैं। जिसमे मुख्य रूप से मुख्य नपा अधिकारी के निर्देशन में कमलेश जायसवाल एवं टोनी मलिया प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक द्वारा अपने निर्देशन मंें व्यक्तिगत रूचि के साथ किया। डिज़ाइन का कार्य सचिन कालिया सफाई जमादर एवं नितेश, रमेंश द्वारा वेस्ट मेटेरियल एकत्रित कमलेश, मन्नु सफाई जमादार, महेश बाबुलाल सफाई जमादार एवं अर्जुन सोहन जनसंरक्षक द्वारा ट्रेचिंग ग्राउंड एवं अन्य स्थलो से वेस्ट समाग्री एकत्रितकरण का कार्य किया गया और अंतिम रूप देने एवं रंगाई कार्य एवं पेंटींग कार्य विजय बाबुलाल एवं विजय घुलिया द्वारा किया गया।
पार्क की विशेषता
(रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) पार्क में वेस्ट मटेरियल का प्रयोग कर विभिन्न कलाकृतियों का निर्माण किया गया हैं। पानी की प्लास्टिक बोतल से हैलिकप्टर की आकृति निर्माण लगभग 500 नग (10 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतल का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 4 नग (20 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से कार की आकृति निर्माण, लगभग 700 नग (14 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतल का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 3 नग (15 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से जेएमसी. (झाबुआ नपा लोगो) का निर्माण लगभग 2000 नग (42 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतला का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 12 नग (108 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से पान के पत्ते की आकृति निर्माण लगभग 800 नग (15 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतल का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 5 नग (75 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया पानी की प्लास्टिक बोतल से यातायात सिंगल पाईन्ट लगभग 70 नग (1.5 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतल का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 1 नग (12 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से दिवार का निर्माण लगभग 320 (7 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतला का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 2 नग (18 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से पौधे हेतु क्यारीया करीब 400 नग (4.5 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतला का उपयोग किया गया। पानी की प्लास्टिक बोतल से झोपडी का निर्माण’ लगभग 1800 नग (21 किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतला का उपयोग किया गया। झोपडी बैठक व्यवस्था हेतु वेस्ट पाईप से बैंच वेस्ट पाईप 9 फिट (54 किलो ग्राम) वेस्ट पाईप का उपयोग किया गया। टायर में जुते लगाकर गमले तैयार किये गये। बोतल 60 (1किलो ग्राम) वेस्ट प्लास्टिक की बोतला का उपयोग किया गया एवं टायर पुराने 1 नग (25 किलो ग्राम) एवं 8 पुराने जुतो का उपयोग कर गमले बनाये गये। टायरो से फुल का निर्माण टायर 6 नग, वेस्ट पाईप 4 नग, पानी की प्लास्टिक बोतल 360 पुरानी बोतलो का (6 किलो ग्राम) का उपयोग किया गया। दीवार सजावट दिवाल घडी में एक टायर, सौफा सेट टायर से 9 टायर 90 पानी की प्लास्टिक बातलो से फुल बनाकर लगाये, पौधे हेतु गमले, पुरानी पेंट से 4 गमले तैयार किये गये।
25 झाबुआ-1- कलाकृतियों का कलेक्टर ने भी किया था अवलोकन
25 झाबुआ-2- टीम का कलेक्टर ने किया स्वागत