विंध्य की डायरी
डा0 रवि तिवारी
रीवा में आज कमजोर विपक्ष के आगे स्थानीय जनता के मुद्दे दम तोड़ रहे. अपराध चरम पर है और राजस्व के मामले सर चढक़र बोल रहे है. अधिकारियों की चौखटो पर जनता नाक रगड़ रही है. लेकिन विपक्षी दल खामोश है जिसकी वजह से मनमानी और अफसरो की तानाशाही हावी है. जिस प्रकार से गढ़ कस्बे में एक जर्जर दीवार गिर गई और चार मासूमो की जिंदगी लील गई. लेकिन विपक्ष की अहम भूमिका में बैठी कांग्रेस ने कोई आवाज नही उठाई ना ही सरकार और प्रशासन को घेरा. एक तरफ सागर में हुए हादसे के बाद सरकार ने कलेक्टर एसपी को हटा दिया. वहीं दूसरी तरफ रीवा में कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इससे साफ है कि कमजोर विपक्ष के आगे ध्यान नही दिया. रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने हादसे के दौरान मौके पर पहुंचकर सरपंच-सचिव और भवन मालिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की बात कही. अब सवाल यह उठता है कि बोरबेल में बच्चे के गिरने से अगर जनपद सीईओ के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है तो फिर कलेक्टर-एसपी क्यो नही हटाये गये? जबकि लगातार अपराध बढ़ रहा है और राजस्व के मामले में लोग परेशान है. अगर विपक्ष आला अफसरो के खिलाफ हल्ला बोलता तो निश्चित रूप से कार्रवाई होती पर ऐसा नहीं हुआ.
इसके साथ ही किसानो की खाद बीज की समस्या, अवर्षा जैसे मुद्दो को विपक्ष ने नही उठाया. जबकि किसानों की समस्या को लेकर सरकार को घेरा जा सकता था. इसी तरह कई अन्य मुद्दे हैं जिस पर विपक्ष में बैठी कांग्रेस मुखर होकर सरकार को घेर सकती है. पर यहा के नेता मुंह में दही जमाकर बैठे है और अपनी स्वार्थ की राजनीति करते है. रीवा से केवल कांग्रेस के निर्वाचित सेमरिया विधायक अभय मिश्रा है. उन्होंने भी सरकार को मुद्दो पर घेरने के बजाय अपनी राजनीतिक रोटी सेकते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला पर कई सवाल उठाए जिन सवालों से जनता को कोई सरोकार नहीं. उनको अपनी राजनीति की रोटी सेकनी थी तो उन्होंने राजेंद्र शुक्ला को टारगेट कर सीएम को पत्र लिखा, इससे जनता का क्या भला होने वाला है. कांग्रेस मतलब विपक्ष मुद्दों से भटक चुकी है.
नकली खाद पर विपक्ष ने घेरा
सरकार नकली खाद-बीज से अन्नदाताओ को नही बचा पा रही है. लगातार नकली खाद-बीज बाजार में बिकने की शिकायते होती रहती है पर सरकार और प्रशासन नही चेतता. सतना में नकली खाद की बोरी मिलने के बाद सियासत गरमा गई है. प्रदेश में सक्रिय प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार को घेरते हुए कहा कि यह सरकार की नाकामी है. किसानो के साथ लगातार नाइंसाफी हो रही है. कांग्रेस के नेताओं ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए पूरे रैकेट तक पहुंचने की बात की है. अब सवाल यह उठता है कि अगर सतना में नकली खाद की बोरिया मिली है तो कही न कही से यह खाद आई होगी. पूरे रैकेट को पकडऩा ही सरकार की सफलता कही जा सकती है.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने उठाये सवाल
प्रदेश में सरकार को विपक्ष धीरे-धीरे घेरना शुरू कर दिया है. किसी न किसी मुद्दे को लेकर विपक्ष के नेता सरकार पर सवाल उठाते हुए हमला कर रहे है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं विधायक अजय सिंह राहुल ने भाजपा सरकार पर योजनाबद्ध तरीके से प्रदेश में एक खास विचारधारा को लेकर गुप्ता एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है. दरअसल ईसाई मिशनरियो के संचालको को लेकर सवाल उठाया है. पुलिस द्वारा लगातार डऱाया धमकाया जा रहा है और संचालको को अकारण मानसिक प्रताडऩा दी जा रही है. सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूचि लेने की गुहार लगाई है. साथ ही उन्होने अप्रिय स्थिति न बन जाय इसके लिये भी सरकार को चेताया.
स्थानान्तरण का डऱ सता रहा
सरकार ने रात को स्थानान्तरण सूची जारी कर अफसरो को चौका दिया. कई आईएएस-आईपीएस बदल दिये गये. विंध्य से भी एक अफसर प्रभावित हुए पर उनको मनचाही जगह मिल गई. स्थानान्तरण का डऱ अभी कई अफसरो को सता रहा है. जिले की कमान सम्भाल रहे आला अफसर हटेगे या फिर कुर्सी में बने रहेगें यह तो समय बतायेगा पर एक बात तय है कि नेताओं की हाजिरी बजा रहे है तो हटना मुश्किल है. अगर कोई सांसद-विधायक नाराज हुआ तभी स्थानान्तरण का डंडा पड़ेगा पर अंदर की खबर है कि कुछ अधिकारी स्थानान्तरण के दायरे में आ रहे है. जल्द ही विंध्य से तीन अधिकारी हटाये जायेगे.