बीच सडक़ तक सज रहीं दुकानें
जबलपुर: वैसे तो नगर की ज्यादातर सडक़ों और फुटपाथों पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है, लेकिन नेताजी सुभाषचंद बोस मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने अतिक्रमणकारियों ने हद कर दी है। कहने को यहां पक्की दुकानें हैं, फिर भी बीच सडक़ तक कब्ज़ा कर व्यापार किया जा रहा है। जिसके चलते अच्छी खासी चौड़ी सडक़ भी किसी गॉव की पगडंडी सी प्रतीत होती है, और रही सही कसर सवारी ऑटो चालक अपने ऑटो अस्पताल के गेट के सामने खड़ी कर पूरी कर देते हैं। खासकर किसी कार या अन्य चौपहिया वाहन के गुजरते समय यहां अन्य कोई वाहन नहीं निकल सकता है। बल्कि वही वाहन बमुश्किल आगे बढ़ पाता है। लोगों की इस परेशानी को जिम्मेदारों ने अभी तक दूर करने का प्रयास नहीं किया है। जिसके कारण मरीजों के साथ-साथ आम राहगीरों को भी रोज यहां घंटों फंसकर अपना कीमती समय गवाना पड़ जाता है।
तिलवारा छोर का रास्ता सबसे कठिन
राहगीरों की मानें तो तिलवारा पुल की ओर जाने वाला रास्ता सबसे ज्यादा कंजस्टेड हो गया है। इसी छोर पर मेडिकल अस्पताल का मुख्य द्वार भी मौजूद है। दुकानें अपनी हद से आगे बढ़ के सडक़ पर लगने लगी हैं। यही नहीं अस्पताल के मुख्य द्वार के ठीक सामने तिलवारा रोड पर चाय, पान, समोसे के ठेले लगने व दुकानदारों के अतिक्रमण के चलते यह रास्ता कठिन होता जा रहा है। करीब तीस फीट चौड़ी सडक़ यहां बमुश्किल दस से आठ फीट ही बचती है। दुकानदार अपनी दुकानें बिल्कुल सडक़ पर लगा रहे हैं। यहां आने वालों के वाहन जब खड़े होते हैं तो कोई भी वाहन यहां से रेंगते हुए ही गुजरता है। दिन मे कई बार तो जाम भी लग जाता है। ग्राहकों के वाहनों को हटाने यदि किसी ने कहा तो दुकानदार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। ये स्थिति प्रतिदिन देखी जा सकती है।
हद से आगे दुकान दारी
मेडिकल अस्पताल के मुख्य गेट के सामने त्रिपुरी एवं तिलवारा पुल छोर पर सजी दुकानें अपनी हद से 20 से 25 फीट बाहर लग रही है । जो मुख्य मार्ग से करीब 30 फीट पीछे बनी हैं। किंतु दुकानदार तय जगह से दुकान न लगाकर 20 से 25 फीट बाहर अपना सामान बेचने को लिए सजा लेते हैं। जो सीधे सडक़ किनारे पहुंच जाते हैं और आम जनों की परेशानी का सबब बने हुए हैं।
इनका कहना है
समय-समय पर अतिक्रमण विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है मेडिकल के पास जमी दुकानों पर भी कार्रवाई करके मार्ग और अस्पताल के गेट को अतिक्रमण से मुक्त करेंगे।
सागर बोरकर , नगर निगम अधिकारी