स्त्री रोग विशेषज्ञ और रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर शीघ्र होगी भर्ती: उप मुख्यमंत्री
मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करने के प्रयास सबके सहयोग से सफल होंगे: उप मुख्यमंत्री
नवभारत न्यूज
रीवा, 9 अगस्त, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर माह की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क जाँच के शिविर सभी अस्पतालों में लगाए जाएंगे. इनमें गर्भवती महिलाओं को जाँच, उपचार, दवा और आने-जाने की सुविधा नि:शुल्क दी जाएगी. श्यामशाह मेडिकल कालेज रीवा के ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल मण्डला और रतलाम जिले के हितग्राहियों से उप मुख्यमंत्री ने संवाद किया. कार्यक्रम से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी अस्पताल और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन शामिल हुए.
इस अवसर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर गर्भवती महिला को नि:शुल्क जाँच, उपचार और दवा की सुविधा दी जा रही है. इस कार्यक्रम के तहत यदि सरकारी अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है तो गर्भवती महिला की निजी सोनोग्राफी केन्द्र में सोनोग्राफी कराई जाएगी. इसकी राशि का भुगतान सरकार करेगी. सरकारी अस्पताल से जारी बाउचर से महिला सात दिन में कभी भी अपनी जाँच सोनोग्राफी सेंटर में करा सकती है. मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर नियंत्रित करने के प्रयासों में निजी अस्पतालों की भागीदारी देने वाला मध्यप्रदेश देश का दूसरा राज्य है. मातृ मृत्यु दर पर नियंत्रण के लिए सबका सहयोग आवश्यक है.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है. इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है. शीघ्र ही स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर भर्ती की जाएगी. विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना तथा आवश्यक उपकरण स्थापित करके सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला अस्पताल के समकक्ष स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी. सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल रीवा के लिए दूसरी कैथलैब मशीन शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगी. कैंसर क्रिटिकल केयर यूनिट के लिए रीवा में 20 करोड़ की लागत से भवन बनाया जा रहा है. इसमें कैंसर के उपचार के लिए 29 करोड़ रुपए की लीनेक मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों की भी भर्ती की जाएगी. देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयासों से गरीब से गरीब रोगियों के लिए भी एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध हो गई है. गर्भवती महिलाओं की निजी सोनोग्राफी केन्द्रों में जाँच के लिए 15 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है.
समारोह में स्वास्थ्य संचालनालय की संयुक्त संचालक डॉ अर्चना मिश्रा ने गर्भवती महिलाओं की जाँच के लिए की जा रही नि:शुल्क व्यवस्था तथा निजी भागीदारी के प्रयासों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रत्येक गर्भवती महिला को दवा, जाँच और आने-जाने की नि:शुल्क सुविधा दी जा रही है. जरूरत होने पर उसे नि:शुल्क खून चढ़ाया जाएगा. गर्भवती महिलाओं की जाँच के लिए प्रदेश भर में निजी अस्पतालों तथा सोनोग्राफी केन्द्रों का पंजीयन किया जा रहा है. समारोह में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अब प्रत्येक माह की 9 और 25 तारीख को प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के नि:शुल्क जाँच के शिविर लगाए जाएंगे. सभी आशा कार्यकर्ताओं को हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की सूची दी गई है. इनके स्वास्थ्य की नियमित देखभाल की जाएगी.
समारोह में उप मुख्यमंत्री ने प्रसव पूर्व जाँच पुस्तिका तथा पोस्टर का विमोचन किया. समारोह में नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, रेडक्रास के समिति के अध्यक्ष डॉ प्रभाकर चतुर्वेदी, मेडिकल कालेज के डीन डॉ सुनील अग्रवाल, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ केएल नामदेव, संजय गांधी हास्पिटल के अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, डॉ एमएल गुप्ता, डीपीएम राघवेन्द्र मिश्रा तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे.