मूंग उपार्जन केन्द्रों के वेयरहाउसों में पांच दिन चली जांच, भोपाल में प्रतिवेदन होगा प्रस्तुत
जबलपुर: जिले में मूंग उपार्जन की खरीदी की शुरुआत होते ही एफपीओ और सहकारिता समिति में गड़बड़ी और धांधली सामने आई थी। जिसके लिए भोपाल मुख्यालय द्वारा जारी किए गए आदेश के तहत प्रदेश स्तरीय टीम गठित करके जिले के वेयरहाउस में जांच कराई जा रही थी। जिसके चलते अब मूंग उपार्जन के लिए बनाए गए सभी केंद्रों के वेयरहाउस में प्रदेश स्तरीय टीम जांच पूरी करके रवाना हो गई है। टीम ने कई वेयरहाउस में रखी मूंग के सैंपल भी इकठ्ठे किए हैं और अपनी जांच का प्रतिवेदन बनाकर वह भोपाल मुख्यालय में जल्द ही प्रस्तुत करेगी।
मिलीभगत, गड़बडिय़ां हो चुकी हैं उजागर
उल्लेखनीय है कि जिले में मूंग उपार्जन की शुरुआत से ही खरीदी केंद्रों, वेयरहाउसों, सहकारी समिति सहित सभी लोगों की मिलीभगत से कई बार धांधली और गड़बडिय़ां सामने आई है। जिससे कारण सरकार को करोड़ों रुपए की चपत भी लग जाती है। इसी धांधली को रोकने और गड़बडिय़ों की जांच करने के लिए अब प्रदेश स्तरीय टीम जिले के सभी वेयरहाउस की जांच कर रही थी।
कहीं मिली हेराफेरी तो कहीं से लिए सैंपल
प्रदेश स्तरीय टीम में भोपाल और कटनी के अधिकारियों को शामिल किया गया था,जिसके बाद भोपाल के अधिकारी को बदलकर नर्मदापुरम एक अधिकारी को शामिल कर लिया था। जिसके बाद नर्मदापुरम और कटनी की टीम वेयरहाउस में जाकर जांच करी थी। जिसमें पहले से शिवहरे वेयरहाउस में कुछ गड़बड़ी सामने आई थी,जिसमें छन्ना लगाकर मूंग को सफाई करने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा कई वेयरहाउस में भंडारित मूंग और खरीदी गई मूंग के सैंपल भी जांच टीम द्वारा लिए गए हैं। जिसके बाद इस जांच टीम का प्रतिवेदन भोपाल में प्रस्तुत होगा।