सात वर्ष पहले सड़क के साथ बनाई गई थी पुलिया, वहीं राहत शिविरों में बांटा अनाज
कटनी, ढीमरखेड़ा।
पिछले दिनों जिले में तेज बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए थे। सबसे अधिक प्रभाव ढीमरखेड़ा तहसील के नदी नालों में देखा गया। यहां अधिक बारिश होने से नदी नालों के ऊपर बने पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए है। इसलिए क्षेत्र में आवागमन ठप हो गया है। यही हाल उमरियापान क्षेत्र का है, यहां पर भी बारिश के कहर से बेलकुंड नदी उफान आने के कारण पुल पुलियों की हालात नाजुक बताई गई है। वहीं बाढ से प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।
ढीमरखेड़ा क्षेत्र में हुई बारिश ने सड़क पुल पुलिया एवं निर्माण विभाग एवं ठेकेदारों की पोल खोलना चालू कर दी है। इस बारिश में कहीं डैम टूट रहे हैं तो कहीं सड़क बह जा रही है तो कहीं पुलिया ही ध्वस्त हो जा रही है। लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।
तहसील क्षेत्र के ठिर्री से सारंगपुर प्रधानमंत्री सड़क योजना के बनी सड़क में बनाई गई पुलिया बारिश में ही ध्वस्त हो गई है। ग्रामीणों में खंदवारा निवासी ईश्वरी ने बताया कि ठेकेदार द्वारा सड़क एवं पुलिया का घटिया निर्माण किया गया है इसलिए यह सड़क ज्यादा नहीं चल पाई और इस बारिश में पुलिया ध्वस्त हो गई है। ग्रामीणों की मानें तो सड़क निर्माण में शुरुआत से ही गुणवत्ताहीन एवं घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा था। पुलिया में भी मिट्टी ही मिट्टी डाली गई है और पुलिया में मजबूती नहीं दी गई थी। जिस कारण बारिश में पुलिया ध्वस्त हो गई। जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे ठेकेदार और विभाग के ऊपर जांच कर उचित कार्यवाही करने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे घटिया निर्माण ना हों। वहीं विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह सड़क और पुलिया 7 वर्ष पूर्व बनाई गई थी। तेज बहाव एवं प्राकृतिक आपदा के कारण टूट गई है। मौके पर पहुंच कर निरीक्षण कर आवागमन के लिए उचित व्यवस्था कराई जाएगी।