अल्ट्राटेक कम्पनी व चौकी नौवस्ता की तानाशाही जुल्म के खिलाफ एसकेएम ने गांधी प्रतिमा के समक्ष किया सत्याग्रह

अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी के साथ कमिश्नर रीवा को ज्ञापन
नवभारत न्यूज
रीवा, 27 जुलाई, अल्ट्राटेक सीमेन्ट कम्पनी बेला व चौकी नौवस्ता की तानाशाही व पुलिसिया जुल्म के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में पीडि़त किसानों क्षेत्रवासियों ने जेपी नौबस्ता तिराहा गांधी प्रतिमा के समक्ष सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से विरोध जताया. सर्वप्रथम गांधी प्रतिमा पर साफ सफाई के बाद पुष्प अर्पित किया गया.
मोर्चे के संयोजक शिव सिंह एडवोकेट ने बताया कि मोर्चे की मांग है कि अल्ट्राटेक कम्पनी प्रबंधन की तानाशाही के चलते औद्योगिक क्षेत्र का दूषित मलयुक्त पानी किसानों के खेतों गरीब बस्तियों से बहाया जा रहा है जिससे फसले चौपट हो रही हैं. लोग गंभीर प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं विरोध करने पर प्रबंधन के गुण्डों द्वारा आम नागरिकों के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट की जाती है. रात्रि होते ही प्रदूषण रोकने वाले उपकरण बन्द कर दिये जाते हैं खुले में कोयले का भंडारण किया जा रहा है जिससे लोग गम्भीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. जेपी प्रबंधन जमाने के लगाये गये हजारों वृक्षों का कत्लेआम कर दिया गया है और औद्योगिक मानक अनुसार वृक्ष नहीं लगाये गये जिसके चलते पूरे क्षेत्र का वातावरण दूषित हो रहा है. इन्ही सब बातों का विरोध करने पर 5 जुलाई को अल्ट्राटेक कम्पनी के गुण्डों द्वारा प्रकाश नारायण सिंह निवासी मध्येपुर के साथ यमुना गेट पर 5 नामजद सहित कई अन्य आरोपियों ने मारपीट किया. लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध नही किया गया. जिसको लेकर 16 जुलाई को कलेक्टर एवं एसपी को ज्ञापन पत्र सौंपकर यह मांग की गई थी कि पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम के द्वारा सीसीटीवी कैमरे के निगरानी पर प्रबंधन द्वारा कराए गए फर्जी मेडिकल की जांच के साथ अल्ट्राटेक एवं प्रशासन के प्रभाव के चलते विगत 10 वर्षों से चौकी नौवस्ता मे पदस्थ आरक्षक पंकज सिंह को तत्काल हटाए जाने एवं आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध न किए जाने पर चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही किए जाने तथा जेपी सीमेन्ट प्लान्ट रीवा द्वारा श्रमिकों के माह नवम्बर 2023 से अप्रैल 2024 तक के बाकी बेतन का तत्काल भुगतान कराए जाने की मांग की गई थी जिला प्रशासन ने वार्ता के लिए 10 किसान नेताओं एवं किसानों की सूची मांगी थी पुलिस प्रशासन ने भी कार्यवाही के आश्वासन दिए थे. लेकिन न ही वार्ता हुई न ही कार्यवाही हुई जिसको लेकर सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से कमिश्नर रीवा संभाग के नाम नायब तहसीलदार विंध्या मिश्रा को ज्ञापन पत्र सौंपकर निराकरण की मांग की गई है. यदि एक हफ्ते के अंदर कोई कार्यवाही नहीं होती तो अल्ट्राटेक कंपनी के समक्ष अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए मोर्चे बंदी की जाएगी. सत्याग्रह में एसकेएम के नेता रामजीत सिंह, जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी, पूर्व जनपद अध्यक्ष लालमणि पांडे, किसान नेता विश्वनाथ पटेल, इंद्रजीत सिंह शंखू, सोभनाथ कुशवाहा, संतकुमार पटेल, बंसल समाज के अध्यक्ष प्रदीप बंसल, मिथिला सिंह, सरपंच ज्ञानेंद्र सिंह, छीजवार सरपंच अमरजीत सिंह आशुतोष सिंह मयंक सिंह किसान धर्मेंद्र सिंह राजपति सिंह अन्नू सिंह प्रकाश सिंह भीम सिंह रमेश सिंह अरुण सिंह नवीन कोल प्रकट शुक्ला भीमसेन मिश्र बब्बू कोल सुखलाल साकेत लवकुश बुनकर राम प्रकाश सिंह अवनीश सिंह भारत यादव दिलीप सेन आदि सैकड़ो की संख्या में उपस्थित रहे.

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