सांसद अनीता चौहान के साथ मंत्री नागरसिंह चौहान ने मंदिरो में जाकर भगवान के किए दर्शन, संतो का किया सम्मान

गुरू पुर्णिमा कार्यक्रम

 

आलीराजपुर। गुरू हमारे जीवन का आधार है, गुरू की प्रेरणा से ही जीवन सवरता है। बीना गुरू के ज्ञान के जीवन व्यर्थ है, मनुष्य जीवन में सबसे पहला गुरू मां होती है वहीं सांसारिक जीवन में आने के बाद शिक्षक से लेकर धार्मिक क्षेत्र में व्यक्ति अपने गुरू का चयन स्वयं करता है और उनसे प्रेरणा प्राप्त करके जीवन को धन्य करता है। यह बात वन एवं पर्यावरण व अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागरसिंह चौहान ने गायत्री मंदिर परिसर में आयोजित गुरू पुर्णिमा कार्यक्रम के अवसर पर कहीं। इस दौरान उनके साथ सांसद अनीता चौहान भी मौजूद थी। वन मंत्री चौहान ने कहा कि जीवन में गुरू का बड़ा महत्व है। जब हम विद्यार्थी होते है तो विद्यालय के शिक्षक गुरू बनकर हमारा मार्गदर्शन करते है। ऐसे ही जीवन में जब हम सांसारिक जीवन जीते है तो संत महंत की देखरेख में हम हमारे जीवन की दिशा को तय करते है। गुरू ही ब्रह्म ज्ञान देकर गोविंद के दर्शन कराते है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री चौहान द्वारा गायत्री मंदिर के संतो का शाल श्रीफल भेटकर सम्मान किया गया। इसके अलावा नगर के रामदेव मंदिर, साई मंदिर, जानकी मंदिर, राम मंदिर,शेषसाई आचार्य मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, नरसिंह मंदिर, रणछोड़राय मंदिर सहित अन्य मंदिरो में पहुंचकर मंत्री और सांसद द्वारा मंदिर के पुजारी और संतो का शाल श्रीफल भेटकर सम्मान कर उनका आशीर्वाद लिया गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष मकू परवाल, प्रदेश कार्य समिति सदस्य किशोर शाह, जिला मीडिया प्रभारी हितेन्द्र शर्मा, युवा मोर्चा पूर्व जिलाध्यक्ष कांतिलाल राठौड़,पूर्व नपाध्यक्ष रितेश डावर, मंडल अध्यक्ष रिंकेश तवर, महामंत्री गिरिराज मोदी, कार्यालय मंत्री अभिषेक गेहलोत, युवा मोर्चा जिला महामंत्री अंकित शाह,पूर्व मंडल अध्यक्ष निलेश जैन, मनोज राठौड़,प्रतापसिंह सिसोदिया सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

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