जबलपुर। शहर के हर एक इलाके में सडक़ किनारे या फिर सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंका जाने लगा है। जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन या फिर स्वयंसेवी संगठनों द्वारा चलाया गया स्वच्छता अभियान बेअसर दिख रहा है। शहर का कचरा उठाने वाली कंपनी की लापरवाही के चलते शहर के मुख्य एवं आम मार्गो के किनारे कचरे का अंबार लगता जा रहा है। इतना ही नहीं शहर के अस्पताल व बैंक शाखाओं के इर्द-गिर्द कचरे के ढेर दिखाई दे रहे हैं। आखिरकार उंगली खुद की तरफ उठती दिखाई देती है कि सफाई के प्रति जागरूकता क्यों नहीं आ रही, जबकि इसके दुष्परिणामों से हर आम-ओ-खास वाकिफ हैं। फिर भी अभियान के मूल उद्देश्य को जनसामान्य आत्मसात क्यों नहीं कर पा रहा है। आसपास का वातावरण स्वच्छ रखना हर नागरिक की जवाबदेही है। बगैर मनोदशा बदले परिदृश्य नहीं बदल सकता। राहगीरों को नाक पर रुमाल रख कर निकलना पड़ता है। वहीं सबसे ज्यादा कचरों का अंबार नेपियर टाऊन, राइट टाऊन , हाथीताल स्कूल के आगे देखा जा सकता है। उक्त कचरा वहीं के रहवासियों द्वारा फेंका जाता है। आलम यह है कि राहगीरों को नाक पर रुमाल रख कर वहां से निकलने की नौबत है। सबसे चिंताजनक स्थिति तब होती है जब कचरों में कोई आग लगा देता है तब फैलने वाले प्रदूषण से बचने को वाहन सवार अपनी गति बढ़ा देते हैं जो दुर्घटना को सीधा निमंत्रण कह सकते हैं।
नहीं उठ रहा कचरा
सफाई कंपनी की मनमानी के चलते ठप्प पड़ी सफाई व्यवस्था आम लोगों के लिए परेशानी बन के निकल रही है। कचरा निस्तारण का स्थाई समाधान नगर निगम खुद उठवा कर कर रही है। हालांकि शहर में कचरा प्रबंधन के लिए नगर निगम द्वारा बड़ी संख्या में सार्वजनिक स्थलों पर बड़े बड़े डस्टबिन रखे गए हैं।जो पूरी तरह से भर चुके हैं।इतना ही नहीं विभिन्न वार्डों एवं गलियों में सूखे एवं गीले कचरों के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखे गए हैं, लेकिन वहां से कचरा उठाए कौन.. यह सबसे बड़ा सवाल है। इस विषय पर जिला प्रशासन को गंभीरता से विचारण करने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो जिस दर से शहर की आबादी बढ़ रही है आने वाले दिनों में हर तरफ कचरों का अंबार दिखाई देगा। जनता को भी इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाने की आवश्यकता है, सब कुछ सरकारी भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को सफलीभूत करना हर एक नागरिक का दायित्व है।
इनका कहना है
ठेका कंपनी का ठेका निरस्त करने की पूरी प्लानिंग हो चुकी है नए सिरे से सफाई व्यवस्था पर काम किया जाएगा अभी नगर निगम खुद ही कचरा उठा रही है।
संजय मिश्रा, पीआरओ, नगर निगम